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PM यहीं घर ले लें, आने-जाने के खर्च का बोझ जनता पर नहीं पड़ेगा : पवन खेड़ा

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जयपुर.

आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10वीं बार राजस्थान के दौरे पर आए और पांच अक्टूबर, 2023 को मोदी राजस्थान का 11वां दौरा करेंगे। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सियासी तंज कसते हुए कहा कि उन्हें प्रदेश में ही एक घर ले लेना चाहिए, ताकि बार-बार आने जाने में हो रहे सरकारी खर्च का बोझ जनता पर न पड़े।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया और कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने जयपुर में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री यदि सत्य बोलने का प्रण लें, तो यह खर्चा राजस्थान के कांग्रेस कार्यकर्ता उठाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जाल में फंस गए और राजस्थान की कांग्रेस सरकार की लागू जनकल्याणकारी योजनाओं को अच्छा बताकर जारी रखने की बात कही।

खेड़ा ने कहा कि इससे पूर्व भाजपा की वरिष्ठ विधायक सूर्यकांता व्यास ने भी राजस्थान सरकार के जनकल्याणकारी कार्यों की तारीफ और सराहना की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार ने काम किया है और अच्छी योजनाओं के बलबूते पर वोट भी राजस्थान की जनता कांग्रेस को ही देगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भ्रष्टाचार पर बात करने का साहस किया है, लेकिन भाजपा के ही वरिष्ठतम विधायक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार में कैबिनेट मंत्री अर्जुनराम मेघवाल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कैलाश मेघवाल ने कांग्रेस की सरकार या कांग्रेस के किसी नेता पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाए।
पीएम के गृह राज्य गुजरात में पिछले 5 वर्ष में 28 बार पेपर लीक हुए-खेड़ा
पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री पेपर लीक के आरोपियों को पाताल से ढूंढ निकालने की बात कहते हैं, लेकिन उनके गृह राज्य गुजरात में पिछले 5 वर्ष में 28 बार पेपर लीक हुए हैं, लेकिन पाताल में आरोपियों को ढूंढने कोई नहीं गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में पेपर लीक नहीं रोक पाते हैं, जबकि पिछले 25 वर्षों से वहाँ भाजपा की सरकार है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने पेपर लीक के आरोपियों को कठोरतम दण्ड देने के लिए कानून बनाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की केन्द्र सरकार के ही गृहमंत्री ने पेपर लीक मामलों को लेकर एक राष्ट्रीय नीति बनाने की बात कही थी, लेकिन केन्द्र सरकार ने आज तक कोई कार्रवाई नहीं की है।

मणिपुर, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में हो रहे महिला अपराधों की बात नहीं करते
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी महिला अपराधों की बात कर राजस्थान की सरकार पर आरोप लगाते हैं, लेकिन मणिपुर, हरियाणा, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश में हो रहे महिला अपराधों की बात नहीं करते, जबकि राजस्थान में अपराध घटित होने पर राजस्थान सरकार तुरंत विधि सम्मत कार्रवाई कर अपराधियों को जेल के सींखचों के पीछे पहुंचाने के साथ पीड़ित को न्याय दिलवाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में महिला अपराधों को लेकर सजा की दर देश में सर्वाधिक है, जो कि राष्ट्रीय औसत से लगभग दोगुनी है। उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य करने के कारण अपराधों के दर्ज होने की दर बढ़ी है, लेकिन अपराधियों को सजा दिलाने में राजस्थान देश में अव्वल है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अपराधों को कम करना सरकार की प्राथमिकता है, इसी उद्देश्य के साथ जीरो टॉरलेन्स की नीति के तहत् राजस्थान की सरकार काम करती है। जबकि कठुवा, हाथरस, उन्नाव में महिलाओं के विरूद्ध दुष्कर्म के अपराध होने पर भाजपा के नेता अपराधियों के साथ खड़े नजर आये। 

उदयपुर के कन्हैयालाल की हत्या में शामिल दोनों अपराधी भाजपा के कार्यकर्ता थे-खेड़ा
पवन खेड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ईआरसीपी पर बोलने की हिम्मत नहीं कर सकते। क्योंकि उन्होंने राजस्थान की जनता के साथ वादाखिलाफी की है और प्रदेश की जनता को धोखा दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय परियोजना बनाने का वादा नहीं निभाने के लिए प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकाण्ड की बात कह रहे हैं लेकिन कन्हैयालाल की हत्या में शामिल दोनों अपराधी भाजपा के कार्यकर्ता थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने स्व. कन्हैयालाल के दो परिजनों को सरकारी नौकरी और 50 लाख रुपये सहायता दी है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को साहस दिखाते हुए राजस्थान की जनता के समक्ष स्वीकार करना चाहिये कि इस हत्याकाण्ड में भाजपा के कार्यकर्ता शामिल थे।