नई दिल्ली
मौजूदा विश्व चैम्पियन ओजस देवताले ने परफेक्ट 150 स्कोर करके एशियाई खेलों में पुरूषों की व्यक्तिगत कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा के फाइनल में पहुंच गए जहां उनका सामना हमवतन अभिषेक वर्मा से होगा जिससे भारत का स्वर्ण और रजत पदक पक्का हो गया। वहीं ज्योति सुरेखा वेन्नम ने अपने सारे अनुभव का इस्तेमाल करके हमवतन अदिति स्वामी को हराकर महिला कंपाउंड व्यक्तिगत फाइनल में प्रवेश कर लिया। भारत के तीरंदाजी में तीन पदक पक्के हो गए हैं और सात अन्य स्पर्धाओं में भारतीय पदक की दौड़ में हैं।
बर्लिन में दो महीने पहले सीनियर विश्व चैम्पियनशिप खिताब जीतने वाले देवताले ने दक्षिण कोरिया के सातवीं वरीयता प्राप्त यांग जाएवोन को 150 . 146 से हराया। उन्होंने 15 तीर पर परफेक्ट 150 स्कोर किया। वहीं वर्मा ने दक्षिण कोरिया के शीर्ष वरीयता प्राप्त जू जाएहून को 147-145 से मात दी।
महिला वर्ग में चार दौर के बाद एक अंक से आगे चल रही सीनियर विश्व चैम्पियन 17 वर्ष की अदिति की लय टूटी और ज्योति ने 149-146 से जीत दर्ज की। ज्योति को अपना आदर्श मानने वाली अदिति ने अगस्त में बर्लिन में सीनियर विश्व चैम्पियनशिप में उसे 149-145 से हराया था।
पहले छह तीर पर दोनों ने 60-60 स्कोर किया लेकिन तीसरे दौर में ज्योति की लय टूटी। अदिति दस का स्कोर बनाती रही लेकिन आखिरी दौर में चूकने का उसे खामियाजा भुगतना पड़ा। अब वह कांस्य पदक के लिये खेलेगी जबकि तीसरी बार एशियाई खेलों में उतरी ज्योति की नजरें पहले स्वर्ण पर लगी होंगी।
ज्योति ने 2018 में रजत और 2014 में कांस्य पदक जीता था। इससे पहले चौथी वरीयता प्राप्त अदिति ने 15 तीरों में से सिर्फ एक अंक गंवाकर फिलीपींस की अमाया अम्पारो कोजुआंको को 149-146 से हराया। वहीं विश्व कप पदक विजेता ज्योति ने नौवीं वरीयता प्राप्त कजाखस्तान की एडेल जेशेन्बिनोवा को 147-144 से मात दी।
पुरूष वर्ग के क्वार्टर फाइनल में 2014 के रजत पदक विजेता वर्मा ने कजाखस्तान के आंद्रे टी को हराया। स्कोर 147-147 से बराबर रहने के बाद इनर 10 अधिक लगाने के कारण वर्मा को विजयी घोषित किया गया। वहीं देवताले ने 150 में से 150 स्कोर करके कजाखस्तान के अकबरअली कारबायेव को हराया।