नई दिल्ली
गूगल ने एचपी के साथ मिलकर भारत में क्रोमबुक का विनिर्माण शुरू किया है। पर्सनल कंप्यूटर (पीसी) विनिर्माता ने यह जानकारी दी।
क्रोमबुक उपकरणों का विनिर्माण चेन्नई के पास फ्लेक्स संयंत्र में किया जा रहा है।वहां एचपी अगस्त, 2020 से लैपटॉप और डेस्कटॉप श्रृंखला का उत्पादन कर रही है।
गूगल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई ने सोमवार को 'एक्स' पर पोस्ट में कहा, ''हम भारत में क्रोमबुक के विनिर्माण के लिए एचपी के साथ भागीदारी कर रहे हैं। भारत में पहली बार क्रोमबुक का उत्पादन किया जा रहा है। इससे भारतीय छात्रों के लिए किफायती और सुरक्षित कंप्यूटिंग तक पहुंच सुगम होगी।''
एचपी के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की कि क्रोमबुक का उत्पादन भारत में शुरू हो गया है। नई क्रोमबुक ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 15,990 रुपये से शुरू होती है।
सरकार की 17,000 करोड़ रुपये की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना में एचपी भी एक आवेदक है।
गूगल और एचपी की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि क्रोमबुक 12वीं तक शिक्षा के लिए एक अग्रणी उपकरण है। इससे दुनियाभर में पांच करोड़ से अधिक विद्यार्थियों और शिक्षकों को फायदा हो रहा है।
क्रोमबुक के स्थानीय स्तर पर उत्पादन से एचपी के भारत में पीसी पोर्टफोलियो का विस्तार हुआ है।
व्हाट्सऐप ने अगस्त में 74 लाख खातों पर रोक लगाई
नई दिल्ली
मेटा के स्वामित्व वाली व्हाट्सऐप ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियमों के तहत अगस्त में 74 लाख खातों पर रोक लगाई है। संदेश मंच की भारत पर जारी ताजा रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है।
व्हाट्सऐप ने कहा कि इनमें से 35 लाख खातों पर उसने खुद पहल करते हुए प्रतिबंध लगाया है। इन खातों पर उपयोगकर्ता की ओर से कोई शिकायत मिलने से पहले ही इन्हें बंद कर दिया गया।
व्हाट्सऐप की 'प्रयोगकर्ता सुरक्षा रिपोर्ट' में लोगों की ओर से मिली शिकायतों और उनपर की गई कार्रवाई का ब्योरा दिया गया है।
कंपनी ने कहा, ''एक अगस्त से 31 अगस्त के दौरान कुल 7,42,0,748 व्हाट्सऐप खातों पर रोक लगाई गई। इनमें से 3,50,6,905 खातों पर रोक प्रयोगकर्ताओं की ओर से कोई शिकायत मिलने से पहले लगाई गई।'' व्हाट्सऐप पर भारतीय खाते की पहचान +91 फोन नंबर से होती है।