नई दिल्ली.
दिल्ली-एनसीआर में बीते छह सालों की तुलना में इस साल जनवरी से सितंबर महीने में रोजाना की औसत वायु गुणवत्ता सर्वश्रेष्ठ दर्ज की गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के मुताबिक, 2020 कोविड काल के अलावा 2016 से 2023 के पहले नौ महीनों में लोगों ने तुलनात्मक रूप से अच्छी हवा में सांस ली। शनिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 167 दर्ज किया गया, जबकि इसी अवधि के दौरान वर्ष 2022 में 184, 2021 में 180, 2019 में 188 और 2018 में 193 दर्ज किया गया था।
खास बात यह कि इस साल 10 सितंबर को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक अच्छी श्रेणी मेंं पहुंच गया। इस दिन एक्यूआई 45 रहा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, इसके पीछे की मुख्य वजह बारिश व हवा की गति है। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर माह में कुल 82.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि वर्ष 2022 सितंबर में 165 मिमी बारिश हुई थी। वर्षा की इस कमी के बावजूद दैनिक औसत सितंबर महीने में एक्यूआई 108 पर रहा, वहीं सितंबर 2022 के दौरान एक्यूआई 104 दर्ज किया गया था।
मौसम रहा अनुकूल, हवा रही साफ
विशेषज्ञों की न कहा कि अनुकूल मौसम संबंधी स्थितियां, निरंतर जमीनी स्तर के प्रयास, वायु प्रदूषण को कम करने के लिए विभिन्न हित धारक एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई के चलते यह हासिल किया गया है। इसके पीछे सभी एजेंसियों व लोगों ने मदद की है। आयोग ने सभी एजेंसियों और हितधारकों से संबंधित दिशा-निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करने का कहा है।
193 दिन साफ रही हवा
पिछले पांच वर्षों के दौरान इस वर्ष दिल्लीवासियों ने जनवरी से सितंबर माह के बीच 193 दिन अच्छे से मध्यम श्रेणी की हवा में सांस ली। यह बीते पांच वर्षों के मुकाबले सबसे अधिक दिन दर्ज किए गए हैं। इस दौरान वायु गुणवत्ता सूचकांक औसत से कम रहा। जबकि पिछले वर्षों में इस अवधि के दौरान अच्छे से मध्यम श्रेणी में वायु गुणवत्ता वाले दिन 2022 में केवल 146, 2021 में 174, 2019 में 165 और 2018 में 152 थे। वर्ष 2023 में जनवरी-अगस्त की अवधि में दैनिक औसत पीएम 2.5 की मात्रा करीब 73 दर्ज की गई है, जबकि 2017 से 2022 (कोविड प्रभावित 2020 को छोड़कर) की इसी अवधि के दौरान यह 82-95 के बीच थी।