नईदिल्ली
कोरोना महामारी से अभी दुनिया पूरी तरह उबर नहीं पाई है कि एक नई संभावित महामारी की खबरें आने लगी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस महामारी को 'डिजीज एक्स' नाम दिया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह महामारी कोरोना से सात गुना ज्यादा खतरनाक हो सकती है और यह दुनियाभर में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों की जान ले सकती है। सोशल मीडिया पर भी डिजीज एक्स महामारी को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं। हालांकि इस कथित महामारी के बारे में लोगों को कई तरह के भ्रम हैं। यह बिमारी क्या है, इसके लक्षण क्या हैं, कितनी खतरनाक है और वायरस का नाम क्या है? इस तरह के कई सवाल लोगों के मन में हैं।
जानकारों ने इस संभावित महामारी को लेकर बहुत स्पष्ट बताया है कि फिलहाल यह कोई महामारी नहीं है। यह महज एक कल्पनाभर है। हालांकि यह सच में नहीं बदल सकता, ऐसा नहीं कहा जा सकता। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक अशोका यूनिवर्स्टी के बायोसाइंस ऐंड हेल्थ रिसर्च डिपार्टमेंट के हेड डॉ. अनुराग अग्रवाल ने कहा कि यह एक काल्पनिक स्थिति की तरह है। यह अंदाजा लगाया जाता है कि अगर कोई नया पैथोजन महामारी पैदा करता है तो स्थिति कितनी भयावह हो सकती है। फिलहाल इस तरह का कोई पैथोजन अस्तित्व में नहीं है।
वहीं एक और एक्सपर्ट नेशनल टेक्निकल अडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन के हेड एनके अरोड़ा ने कहा कि इस संभावित महामारी की तुलना एक चोर से की जा सकती है जो अभी आपके घर नहीं आया है। हालांकि इससे बचने और अपने घर को सुरक्षित रखने के लिए हर कोई उपाय करता है। जैसे कि वह सीसीटीवी लगवाता है, कुत्ता पालता है, हथियार रखता है या फिर दरवाजे मजबूत करवाता है। इसी तरह कुछ डिजीज एक्स है जो कि अस्तित्व में नहीं है लेकिन इसकी संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में इससे बचने के लिए उपाय अभी से किए जाने की जरूरत है।
बता दें कि यूके के एक्सपर्ट की तरफ से सतर्क करने के लिए जारी किए बयान के बाद इस संभावित महामारी की चर्चा होने लगी। यूके वैक्सीन टास्कफोर्स के सदस्य रहे डेम के बिंगम ने कहा था कि अगलली महामारी 5 करोड़ लोगों की जान ले सकती है। उन्होंने कहा था कि डिजीज एक्स कोरोना से 20 गुना ज्यादा जानलेवा हो सकती है। उन्होंने कहा था कि दुनिया को मास वैक्सीन ड्राइव के लिए तैयार रहना चाहिए।