नई दिल्ली.
एनसीआर समेत नोएडा से वाहनों की चोरी ऑन डिमांड हो रही है। चोरी के वाहनों को उत्तर पूर्व के राज्यों में खपाया जा रहा है। नोएडा पुलिस ने हाल के दिनों में कई वाहन चोर गैंग को पकड़ा है। गिरोह के बदमाशों से पुलिस पूछताछ में इसका खुलासा हुआ है। अहम है कि नोएडा व ग्रेटर नोएडा में औसतन हर दिन तीन से चार वाहनों की चोरी होती है। पुलिस अब उत्तर पूर्व तक फैले बदमाशों के नेटवर्क की जानकारी जुटा रही है।
नोएडा पुलिस ने हाल के दिनों में वाहन चोरी करने वाले केतू गिरोह, कबूतर गिरोह और दद्दू गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार किया था। बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि नोएडा समेत एनसीआर से चोरी की गाड़ियां मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और सिक्किम में खपाई जा रही हैं। बदमाशो ने इसके लिए बाकायदा नेटवर्क बना रखा है। जिसके तहत चोरी के बाद वाहनों को सड़क मार्ग से यूपी, बिहार, बंगाल के रास्ते पूर्वोत्तर राज्यों में भेजा जाता है। वहां एक गिरोह इन वाहनों के फर्जी कागजात तैयार करता है। ऐसे वाहनों को 50 हजार से दो लाख रुपये में बेच देते हैं। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि वाहन चोर गिरोहों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। बदमाशों से पूछताछ में वाहन चोरी कर दूसरे राज्यों में बेचे जाने की जानकरी सामने आई है। पुलिस की टीम बदमाशों के नेटवर्क का पता लगा रही है।
ऐसे भेजी जाती हैं कारें
उत्तर पूर्व के राज्यों में सस्ती कारों की खासी मांग है। बदमाशों का नेटवर्क दिल्ली, नोएडा, मेरठ, लखनऊ, इलाहाबाद, पटना होते हुए नॉर्थ इस्ट तक फैला है। नेटवर्क में चोर के साथ साथ नकली कागज तैयार करने वाले, वाहन ले जाने वाले और उत्तर पूर्व राज्यों के लोग भी शामिल हैं। नोएडा पुलिस ने कई बार इस तरह के वाहन चोर गिरोह को पकड़ा है लेकिन चोरी करने के अलावा कागज बनवाने वाले से लेकर वहां के स्थानीय गिरोह तक नहीं पहुंच पाई। जांच में पता चला है कि असम, मेघालय, सिक्किम, मिजोरम, त्रिपुरा में आईटेन, सेंट्रो के साथ साथ आई टेन, आई-20 की पुरानी कारों की मांग ज्यादा है।
इस वर्ष 500 से अधिक वाहनों की चोरी
नोएडा कमिश्नरेट में पिछले आठ महीने में 500 से अधिक वाहनों की चोरी हुई है। इनमें कई मामलों में मुकदमा भी दर्ज नहीं हुआ है। नोएडा व ग्रेटर नोएडा में सबसे अधिक वाहनों की चोरी बिसरख, फेज टू, सूरजपुर, बीटा टू आदि थानों में होती हैं।