खजुराहो
पर्यटन नगरी खजुराहो में इन दोनों सफाई व्यवस्था चमरमराई हुई हैं, सफ़ाई कर्मचारी हड़ताल पर हैं जिसके बाद स्वच्छता का झूठा दिखावा करने वाले सामाजिक संगठन और प्रशासन भी न के बराबर अपना योगदान दे रहें हैं, खजुराहो के प्रमुख मार्ग पर और यूनेस्को साइट के मंदिरों के सामने जहां तहां कचरे के ढेर लगे हैं तो वही शौचालय में भी ताले पड़े हैं जिससे स्थानीय व्यापारी के अलावा खजुराहो घूमने आने वाले पर्यटक भी खासे परेशान है, तो वही खजुराहो सीएमओ बसंत चतुर्वेदी का कहना है कि सफाई कर्मचारी अपनी 17 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर है जिसमें अपन कुछ नहीं कर सकते हैं अगर आगे समस्या का हल नहीं होता हैं तो कुछ और व्यबस्था बनाई जाएंगी
समूचे विश्व में अपनी संस्कृति और कलाकृति की छाप छोड़ने बाला खजुराहो इन दिनो जहां तहां लगे कचरे के ढेरो से अपनी छवि कही न कही धूमिल पा रहा हैं, खजुराहो में बीते फरबरी माह और सितंबर माह में दो बार तक जी 20 समूह की बैठक आयोजित की जा चुकी हैं जिसमें स्वच्छता को लेकर लाखों रुपए डकार लिय गय लेकिन आज खजुराहो की हालत किसी से छुपी नहीं है ,खजुराहो घूमने आने वाले देशी-विदेशी पर्यटक जहां तहां लगे कचरे के ढेर को देखकर जिम्मेदारों पर सवाल उठाते नज़र आ रहे हैं
शौचालय में जड़ा ताला -खजुराहो के मेन मार्केट और गोल मार्केट में मौजूद शौचालय पर कई दिनो से ताला जड़ा हुआ हैं जब हम वहा पहुंचें तो कुछ खजुराहो घूमने आने वाले पर्यटकों से मुलाकात हुईं जो काफी नाराज़ नज़र आय जबलपुर से अपने परिवार संग खजुराहो घूमने आय बरूण बक्षी का कहना था में परिवार संग खजुराहो घूमने आया हुं हमारे साथ महिलाए भी हैं, महिलाओ की कुछ एकाएक प्रॉब्लम भी होती हैं जिसको लेकर जब में उन्हें लेकर यहां आया तो यहां ताला पड़ा हैं, जिससे हम लोगो को काफी परेशानी हो रही हैं यहां का नगर निगम सो रहा हैं क्या? साथ ही कोई बैठा भी नही मिला जो हमे ये बता दे की शौचालय बंद हैं में तो खुलने के इंतजार में बैठा हुआ था
गन्दगी पर बोले स्थानीय व्यापारी -स्थानीय व्यापारी जाहिर सिंह राठौड़ का कहना है कि मुझे बेहद दुख हो रहा है कि मैं यहां का रहवासी हूं, खजुराहो विश्व पर्यटन नगरी है और यहां स्वच्छता को लेकर बड़ी-बड़ी ढींगे हांकी जाती हैं ग्रीन खजुराहो क्लीन खजुराहो लेकिन जगह-जगह पड़े बड़े बड़े गंदगी की ढेर हम लोगों को झकझोर कर रख देते हैं कि इतनी सुंदर जगह पर कोई व्यवस्था नहीं, साथ ही शासन प्रशासन को समझना चाहिए की सफ़ाई कर्मियों की हड़ताल भले ही एमपी में हैं लेकिन खजुराहो में देश-विदेश से लोग घूमने आते हैं तो कम से कम सुंदर जगह का तो ध्यान रखे जिससे अच्छा संदेश विदेशो तक जाय
खजुराहो सीएमओ बसंत चतुर्वेदी का कहना है कि -पूरे प्रदेश में सफाई कर्मचारियों की हड़ताल है और हड़ताल को देखते हुए इसमें कुछ किया नहीं जा सकता है अपन ने उनको नोटिस भी दिया है और जो करवाई है नियम अनुसार वह भी की जा रही है, चूंकि जो उनकी 17 सूत्री मांगे हैं वह प्रदेश लेवल से उनका निराकरण होना हैं जिसको लेकर ऊपर से जो निर्देशित किया जाता है वैसे ही कार्रवाई की जाएगी, और आज हमारे स्टाफ के द्वारा होटल एसोसिशन को साथ में लेकर कुछ चौराहों पर सफाई की गई है, और देखते हैं अगर इसका आगे कुछ हल नहीं होता है तो कुछ और तैयारी की जाएंगी