जालान कालरॉक कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज में किया अतिरिक्त 100 करोड़ रुपये का निवेश
मुंबई
जालान कालरॉक कंसोर्टियम (जेकेसी) ने बंद पड़ी विमानन कंपनी जेट एयरवेज का परिचालन फिर से शुरू करने के लिए अदालत द्वारा अनुमोदित समाधान योजना के तहत एयरलाइन में अतिरिक्त 100 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की।
जेकेसी की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इसके साथ कंसोर्टियम ने एयरलाइन को फिर से चालू करने के लिए 350 करोड़ रुपये की अपनी कुल वित्तीय प्रतिबद्धता को ''पूरा'' कर दिया है। यह जेट एयरवेज का स्वामित्व संभालने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
कंपनी ने कहा कि उसे उम्मीद है कि एयरलाइन अगले साल शुरू हो जाएगी। इसकी सेवाएं शुरू होने की तारीख अगले कुछ दिनों में घोषित किए जाने की संभावना है। जेट एयरवेज का परिचालन 17 अप्रैल 2019 से बंद हैं। जालान कालरॉक कंसोर्टियम (जेकेसी) इसके कर्ज समाधान के लिए चलाई गई प्रक्रिया में गठजोड़ विजेता बोलीकर्ता बनकर उभरा था।
एअर इंडिया ने गिफ्ट सिटी के जरिए अपने पहले ए350 विमान का अधिग्रहण किया पूरा
नई दिल्ली
एअर इंडिया ने गिफ्ट सिटी के जरिए एचएसबीसी के साथ वित्त पट्टा लेनदेन के माध्यम से अपने पहले ए350-900 विमान का अधिग्रहण पूरा कर लिया है।यह देश के पहले अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र (आईएफएससी) गिफ्ट सिटी के जरिए पट्टे पर लिया जाने वाला पहला 'वाइड बॉडी' विमान है।
एयरलाइन की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, लेन-देन को इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी कंपनी एआई फ्लीट सर्विसेज लिमिटेड (एआईएफएस) द्वारा पूरा किया गया। यह इस साल की शुरुआत में दिए गए 470 विमान के ऑर्डर में से पहला वित्तपोषण लेनदेन है।
एअर इंडिया के मुख्य वाणिज्यिक एवं परिवर्तन अधिकारी निपुण अग्रवाल ने कहा, ''यह महत्वपूर्ण लेन-देन गिफ्ट आईएफएससी से हमारे विमान पट्टे के व्यवसाय की शुरुआत का प्रतीक है। एआईएफएस विस्तृत निकाय विमान वित्तपोषण के लिए एअर इंडिया समूह की पहली इकाई होगी, जो हमारे और हमारी अनुषंगी कंपनियों के लिए भविष्य की विमान वित्तपोषण रणनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।''
अंतरराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र प्राधिकरण (आईएफएससीए) के कार्यकारी निदेशक दीपेश शाह ने कहा कि वह विमान पट्टे और वित्तपोषण के लिए विनियामक क्षमता विकसित करने के लिए हितधारकों के साथ काम कर रहा है।
एअर इंडिया ने इस साल जून में एयरबस और बोइंग के साथ इन विमानों के अधिग्रहण के लिए खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। अभी एअर इंडिया के पास 116 विमानों का बेड़ा है, जिसमें 49 'वाइड बॉडी' (चौड़े) विमान शामिल हैं।
वहीं टाटा समूह अपने एयरलाइन व्यवसाय को मजबूत करने की प्रक्रिया में है, जिसके तहत एआईएक्स कनेक्ट का एअर इंडिया एक्सप्रेस के साथ विलय हो रहा है और विस्तारा का एअर इंडिया के साथ विलय किया जाएगा। विस्तारा टाटा और सिंगापुर एयरलाइन का एक संयुक्त उद्यम है। सिंगापुर एयरलाइन की वाहक में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है।