जयपुर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के भीलवाड़ा मंदिर में 21 रुपए दान किए थे। हो सकता है पिछले एक-दो दिनों में आपने भी सोशल मीडिया पर वायरल वह वीडियो देखा होगा, जिसमें ऐसा दावा किया जा रहा है। लोग तरह-तरह की टिप्पणी करने लगे। चूंकि एक सफेद लिफाफा दिखाते हुए दावा मंदिर के पुजारी कर रहे थे इसलिए लोगों को यकीन भी हो गया। हालांकि, अब पड़ताल में इसकी सच्चाई कुछ और ही निकली है। आइए आपको पूरी बात बताते हैं।
क्या कहा गया वीडियो में
पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें मंदिर के पुजारी कुछ लोगों की मौजूदगी में दानपात्र खोलते हैं। इसमें तीन लिफाफे निकलते हैं। पुजारी दावा करते हैं कि सफेद रंग का लिफाफा पीएम मोदी ने इस साल जनवरी में दानपात्र में डाला था और इसे खोलने पर 21 रुपए निकले हैं। हालांकि, लिफाफे पर देने वाले का नाम नहीं लिखा था। पुजारी मौके पर मौजूद मीडियाकर्मी से कहते हैं, 'आपके सामने इसमें से तीन लिफाफे निकले हैं। एक में 121 और एक 2100 और एक में 21 रुपए। वीडियो में जो थोड़ा सा दिखता है उसमें कुछ वाइट दिखता है। इसे आपके सामने खोला और इसमें 21 रुपए मिले।'
सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो गया। लोग तरह-तरह के कॉमेंट करने लगे। कुछ लोगों ने इसे पीएम मोदी की कंजूसी कह डाला तो कुछ ने कहा कि यह श्रद्धा का विषय है और दान व्यक्ति अपनी इच्छा अनुसार कुछ भी दे सकता है।
क्या निकला सच?
हालांकि, जब इस मामले की पड़ताल की गई तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई। यह सच है कि 28 जनवरी 2023 को पीएम मोदी भीलवाड़ा के मालासेरी डूंगरी मंदिर में गए थे। भगवान देव नारायण जी के 1111 अवतरण महोत्सव के मौके पर पीएम मोदी मंदिर गए थे। यहां पूजा अर्चना के बाद उन्होंने जनसभा भी की थी। इंटरनेट पर मौजूद उस कार्यक्रम के पूरे वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चला कि पीएम मोदी ने दानपात्र में कुछ नोट डाले थे, जो बिना किसी लिफाफे के थे। पीएम मोदी के पीछे वही पुजारी खड़े थे जिन्होंने अब सफेद लिफाफे वाली बात कही है।