नई दिल्ली
आईसीसी वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से खेला जाना है। टीम इंडिया उम्मीद करेगी कि 2011 वर्ल्ड कप का इतिहास फिर से दोहराया जाए, जब महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप जीता था। कप्तान रोहित शर्मा ने वर्ल्ड कप 2023 की तैयारियों को लेकर बात की है। स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट विमल कुमार को दिए इंटरव्यू में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, 'वर्ल्ड कप सबसे अहम ट्रॉफी है, मुझे बस वर्ल्ड कप दिखता है भाई, चेहरा नहीं, वर्ल्ड कप दिखता है, जो तीन पिलर पर बने हुए और उस पर वर्ल्ड का वो बना हुआ है। तो वो दिखता है मुझे, क्योंकि मैंने तो कभी वर्ल्ड कप नहीं जीता है, टी20 वर्ल्ड कप जीता था, लेकिन 50 ओवर का वर्ल्ड कप 50 ओवर का वर्ल्ड कप है। यह सबसे ज्यादा चुनौतीपूर्ण है। और उसका कुछ खास ही चार्म है। क्योंकि जो वर्ल्ड कप पहली बार जब खेले गया था, तो 50 ओवर का वर्ल्ड कप ही खेला गया था। मेरे लिए जब वर्ल्ड कप की बात होती है, हमारी जो हिस्ट्री है, हमने अभी तक दो वर्ल्ड कप जीते हैं, 1983 में और फिर 2011 में तो उस समय क्या-क्या चीजें हुई थीं, वो आपके दिमाग में रहती हैं। जैसे 1983, हालांकि मैं तब पैदा नहीं हुआ था, लेकिन क्लिप देखी है। जो अच्छी चीजें हुई थीं, मुश्किल मैच जो जीते थे, वो सब दिमाग में आता है।'
2011 वर्ल्ड कप स्क्वॉड में शामिल नहीं किए जाने को लेकर रोहित ने कहा, 'इतना आगे का मैं नहीं सोचता। खेल में आप हमेशा कमबैक कर सकते हो, किसी भी एज में, किसी भी समय में आप कमबैक कर सकते हैं। किसी और को नहीं खुद को साबित करने के लिए। 2011 वर्ल्ड कप में जब मैं टीम से ड्रॉप हुआ था, तो नहीं लगा था कि कोई वर्ल्ड कप खेल पाऊंगा और अब यह मेरा तीसरा वर्ल्ड कप है। दुनिया में बहुत सी चीजें ऐसी हैं, जो लगता है कि नामुमकिन हैं, लेकिन हो जाती हैं। नामुमकिन को मुमकिन करने के लिए आपको खुद पर अपनी क्षमताओं पर भरोसा होना चाहिए।'
रोहित ने 2019 के अपने प्रदर्शन को लेकर कहा, 'मेरी कोशिश यही रहेगी कि मैं अच्छा करूं, अच्छे फ्रेम में रहूं, 2019 में प्रैक्टिस अच्छी की थी, अच्छे फ्रेम में था, जो चीजें मेरे हाथ में हैं, वो मैं करूंगा। वो 2019 था और अब हम 2023 में हैं, हमें आदत है कि जो पिछली बार हुआ, वो फिर से हो, लेकिन मैंने पांच शतक लगाए थे लेकिन हम सेमीफाइनल में हार गए थे। हम नहीं चाहेंगे कि ऐसा कुछ हो। तो सबकुछ 2019 जैसा नहीं होना चाहिए, भले ही मेरे पांच शतक लगे, एक लगे, एक भी ना लगे, लेकिन हमें ट्रॉफी जीतनी हैं। मैं लगाऊं, ये लगाए, वो लगाए, बस हमें ट्रॉफी जीतनी चाहिए।'