नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि पिछले नौ साल में सरकार ने योजनाओं को मिशन मोड में लागू किया है, जिससे और भी बड़े लक्ष्यों को प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 'रोजगार मेला' के दौरान नई नियुक्ति पाने वालों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हमारी नीतियां एक नई मानसिकता, सामग्री निगरानी, मिशन मोड कार्यान्वयन और जन भागीदारी पर आधारित हैं। नौ साल में सरकार ने मिशन मोड में नीतियों को लागू किया है।" इस अवसर पर उन्होंने केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नई भर्तियों में चयनित 51 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र वितरित किए।
प्रधानमंत्री ने कहा, "देश ने 2047 तक विकसित भारत बनने का संकल्प लिया है। अगले कुछ वर्षों में हम तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं। इस अवधि में, प्रत्येक सरकारी कर्मचारी एक बड़ी भूमिका निभाने जा रहा है। आपको हमेशा नागरिक-प्रथम की भावना के साथ काम करने की आवश्यकता है। आप उस पीढ़ी का हिस्सा हैं जो प्रौद्योगिकी के साथ बड़ी हुई है। आपको अपने कार्य क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की आवश्यकता है।'' उन्होंने कहा कि आधार कार्ड के रूप में तकनीकी परिवर्तन के माध्यम से शासन को आसान बना दिया गया है। डिजिटल लॉकर और ई-केवाईसी ने दस्तावेजीकरण की जटिलता को समाप्त कर दिया है।
मोदी ने कहा, "आज हमारा देश ऐतिहासिक उपलब्धियों और फैसलों का गवाह बन रहा है। कुछ दिन पहले ही देश की आधी आबादी को नारी शक्ति वंदन कानून के रूप में बहुत बड़ी ताकत मिली है। महिला आरक्षण बिल, जो पिछले 30 वर्षों से लंबित था, अब दोनों सदनों द्वारा रिकॉर्ड मतों से पारित किया गया। यह निर्णय देश की नई संसद के पहले सत्र में लिया गया। एक तरह से, नई संसद में देश के नए भविष्य की शुरुआत हुई है।"
उन्होंने कहा कि रोजगार मेले में कई महिलाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं। भारत की बेटियों ने अंतरिक्ष से लेकर खेल तक रिकॉर्ड बनाए हैं। पीएम मोदी ने कहा, ''महिलाएं हमेशा एक नई ऊर्जा के साथ कई क्षेत्रों में बदलाव लाती आई हैं।'' उन्होंने अंत में कहा, "21वीं सदी के भारत की आकांक्षाएं बहुत ऊंची हैं। आप देख रहे हैं कि नया भारत क्या चमत्कार कर रहा है। चंद्रमा पर तिरंगा ले जाने वाले नए भारत के सपने ऊंचे हैं।"