Home राज्यों से कलियुगी दोस्त की करतूत, पार्टी में नींद की गोली खिलाई और किडनैप...

कलियुगी दोस्त की करतूत, पार्टी में नींद की गोली खिलाई और किडनैप कर लिया; छोड़ने के लिए मांगे 20 लाख

4

बिहार

बिहार के मुजफ्फरपुर में नोटों की खातिर दोस्ती में दगा देने शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया। जिले के करजा से एक जेवर व्यवसायी को फिरौती की रकम के लिए उसके दोस्तों ने अगवा कर लिया। आरोपियों ने उसे रिहा करने के लिए 20 लाख रुपए मांगे। उसके पहले व्यवसायी ने सभी आरोपियों को पार्टी दी जहां नशे की दवा खिलाकर उसे उठा लिया।

रविवार की देर शाम की मनोज कुमार के बेटे को अंशु कुमार को बदमाशों ने अगवा कर लिया। फोनकर उनसे बीस लाख रुपये की रंगदारी मांगी। काफी मिन्न्त करने पर दस लाख रुपये व सोने की एक चेन देने व बाकी पैसे बाद में देने को कहा। व्यवसायी ने इसकी सूचना करजा थाने की पुलिस को दी। दरअसल जिले के करजा थाना क्षेत्र में सराफा कारोबारी  मनोज कुमार के 25 साल के बेटे अंशु कुमार ने श्री गणेशाय नमः नाम से अपनी नई दुकान खोली थी। दुकान खोलने की खुशी में दोस्तों ने उससे पार्टी की मांग की थी। रविवार को अंशु ने अपने दोस्तों को दावत पर बुलाया जहां से उठा लिया गया।

मनोज कुमार ने  पुलिस को वह मोबाइल नंबर भी दिया, जिससे अपराधी ने फिरौती मांगी थी। पुलिस ने मोबाइल के लोकेशन के आधार पर छापा मारा। व्यवसायी पुत्र अंशु कुमार (25) को अनंत करजा स्थित एक चप्पल फैक्ट्री से सकुशल बरामद कर लिया। साथ ही मुख्य अपहर्ता समेत तीन को तीन घंटे के अंदर दबोच लिया। इस मामले में डीएसपी मुख्यालय आशीष आनंद ने खुलासा करते हुए बताया कि मुख्य अपहर्ता राहुल कुमार अपहृत आभूषण व्यवसायी अंशु का दोस्त ही निकला। राहुल करजा रोड नंबर दो में साइबर कैफे चलाता है। अंशु उसकी दुकान की बगल में आभूषण की दुकान खोल रहा था। अंशु की पेठिया रोड में पहले से श्री गणेशाय नम नामक आभूषण की दुकान भी है।

पुलिस के अनुसार, राहुल, अंशु व अन्य दोस्तों ने शाम में साथ में खाना खाया। इसी दौरान अंशु को नींद की गोली दे दी गई। इसके बाद उसे अगवा कर लिया गया। सभी स्थानीय ही हैं। पुलिस गिरफ्तार बदमाशों से पूछताछ कर और जानकारी लेने में जुटी है। उधर, मामले को लेकर द्वारिकानाथपुर निवासी आभूषण व्यवसायी मनोज कुमार ने सोमवार को करजा थाने में एफआईआर दर्ज कराई।

आवेदन में बताया कि अंशु दुकान बंद कर रविवार की शाम 7 बजे घर के लिए निकला। आठ बजे रात तक उसके नहीं लौटने पर खोजबीन शुरू की गई। उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इसी दौरान एक अनजान नंबर से फिरौती के लिए फोन आना शुरू हो गया। अपहर्ता ने बेटे को छोड़ने के लिए बीस लाख रुपये की फिरौती मांगी। फिरौती की रकम नहीं देने पर बेटे की हत्या करने की धमकी दी। 10 मिनट के अंदर पैसा देने को कहा। बाद में दस लाख रुपये व सोने की चेन देने की बात पर माना।