जयपुर
प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए महत्वपूर्ण नियुक्तियां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की हैं। कांग्रेस के सेंट्रल वॉर रूम के चेयरमैन और को-चेयरमैन नियुक्त कर दिए गए हैं। जिसमें सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा और राजस्थान कांग्रेस नेता जसवंत गुर्जर को-चेयरमैन बनाए गए हैं। कैप्टन अरविंद कुमार भी को-चेयरमैन नियुक्त हुए है। जबकि दक्षिण भारतीय पूर्व IAS शशिकांत सेंथिल को सेंट्रल वॉर रूम का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राजस्थान कांग्रेस की ओर से दिए गए नियुक्ति प्रस्ताव को मंजूरी दी है। जिसमें राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए सेंट्रल वॉर रूम में चेयरमैन और तीन को-चेयरमैन की नियुक्तियां की हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के राजस्थान दौरे के तुरंत बाद नियुक्ति आदेश जारी कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा को को-चेयरमैन नियुक्त किया गया है। उन्हें यह दूसरी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।
राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत के फेस और उनकी जनहित की योजनाओं के दम पर विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस हाईकमान ने सीएम अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी (ओएसडी) लोकेश शर्मा को ही चुनावी स्ट्रेटजी और कंट्रोलिंग का अहम जिम्मा सौंप दिया है। लोकेश शर्मा और जसवंत सिंह गुर्जर दोनों राजस्थान से ही हैं।
दोनों राजस्थान की राजनीति को समझते हैं। इसलिए ज्यादातर इलेक्शन स्ट्रेटजी और वॅार रूम का दारोमदार इन्हीं पर रहेगा। कैप्टन अरविंद कुमार भी इनके साथी के रूप में भूमिका निभाएंगे।
कर्नाटक जीत के बाद पूर्व IAS शशिकांत सेंथिल राजस्थान में बनाएंगे चुनावी रणनीति
पूर्व IAS शशिकांत सेंथिल को कांग्रेस हाईकमान ने कर्नाटक वॉर रूम की कमान इससे पहले सौंपी थी। सेंथिल और उनकी टीम ने कांग्रेस के लिए अभियान और सोशल मीडिया रणनीतियों को तैयार करने के लिए दिन-रात काम किया। '40 प्रतिशत कमीशन सरकार' को राज्यव्यापी चुनावी चर्चा का हिस्सा उन्होंने बनाया था।
शशिकांत सेंथिल के आइडिया पर काम करते हुए कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों की पूरी एक सीरीज शुरू की थी। कांग्रेस यह प्रचार कर रही थी कि कर्नाटक की भाजपा सरकार 40 प्रतिशत घूस लेकर काम करती है।
भ्रष्टाचार के एक मामले में भाजपा विधायक मदल विरुपाक्षप्पा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस नेता जोर शोर से यह कहते नजर आए कि प्रदेश में ’40 प्रतिशत कमीशन सरकार’ है। जिसका फायदा कर्नाटक जीत से कांग्रेस को मिला। कुछ वैसी ही स्ट्रेटजी के साथ केंद्र की बीजेपी सरकार और राजस्थान बीजेपी के खिलाफ शशिकांत सेंथिल यहां भी चुनाव की प्लानिंग करेंगे।