Home खेल अंतिम पंघाल को कांस्य पदक के साथ मिला 2024 ओलंपिक का कोटा

अंतिम पंघाल को कांस्य पदक के साथ मिला 2024 ओलंपिक का कोटा

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बेलग्रेड
 भारतीय महिला पहलवान अंतिम पंघाल ने विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2023 में महिलाओं की 53 किग्रा स्पर्धा में स्वीडन की दो बार की यूरोपीय चैंपियन एम्मा जोना डेनिस मालमग्रेन को हराकर कांस्य पदक जीता।

सर्बिया के बेलग्रेड में खेले गये इस मुकाबले में अंतिम पंघाल ने कांस्य पद जीतने के साथ पेरिस 2024 ओलंपिक कोटा हासिल किया है। ग्रीष्मकालीन खेलों के आगामी संस्करण के लिए कुश्ती में यह देश का पहला कोटा है।
ओलिंपिक डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार, दो बार की अंडर-20 विश्वचैंपियन अंतिम पंघाल ने जोना मालमग्रेन पर दबाव बनाते हुए तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर कांस्य पदक मुकाबले को 16-6 से जीत लिया।

इससे पहले, अंतिम पंघाल ने शुरुआती दौर में 2022 विश्वचैंपियन अमेरिका की डोमिनिक ओलिविया पैरिश को 3-2 से हराया था।
भारतीय पहलवान ने क्वार्टरफाइनल में रूस की नतालिया मालिशेवा के ख़िलाफ़ 9-6 से जीत हासिल करने से पहले राउंड ऑफ 16 में पोलैंड की रोक्साना मार्ता ज़सीना पर तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर जीत हासिल की थी।

हालांकि, विश्व कुश्ती चैंपियनशिप 2023 में महिलाओं के 53 किग्रा फ्रीस्टाइल सेमीफाइनल में बेलारूस की वेनेसा कलादज़िंस्काया से अंतिम पंघाल को 5-4 के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।

इस बीच, 2019 एशियाई चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता गुरप्रीत सिंह (77 किग्रा) और अजय (55 किग्रा) को गुरुवार को बेलग्रेड में ग्रीको-रोमन कुश्ती के अपने राउंड ऑफ 32 के मुकाबलों में हार मिली।
अंडर-23 विश्व चैंपियनशिप में पहले भारतीय ग्रीको-रोमन पदक विजेता साजन (82 किग्रा) और मेहर सिंह (130 किग्रा) क्वालिफिकेशन राउंड से आगे नहीं बढ़ सके।

इससे पहले बेलग्रेड में प्रतिस्पर्धा करने वाले 10 भारतीय पुरुष फ्रीस्टाइल पहलवान पदक जीतने में असफल रहे और कोई भी पुरुष पहलवान ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर सका।

भारत के पुरुष 70 किग्रा फ्रीस्टाइल पहलवान अभिमन्यु को अर्मेनिया के अरमान एंड्रियासियन से कांस्य पदक मैच में हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद वह पदक से चूक गए। यह एक गैर-ओलंपिक कोटा इवेंट था।
इस बीच, मनीषा (62 किग्रा), प्रियंका (68 किग्रा) और ज्योति बेरवाल (72 किग्रा) अपने-अपने महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में पदक मुक़ाबलों में जगह बनाने में असफल रहीं।

भारतीय पहलवान संयुक्त विश्व कुश्ती ध्वज के तहत टूर्नामेंट में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं क्योंकि भारतीय कुश्ती महासंघ निलंबित है।