रांची
टोटेमिक कुड़मी (कुरमी) विकास मोर्चा ने दो सूत्री मांगों को लेकर बुधवार से झारखंड के चार स्टेशनों पर रेल रोको आंदोलन शुरू किया। इस दौरान आद्रा मंडल के नीमडीह और चक्रधरपुर मंडल के घाघरा स्टेशन पर जमकर बवाल हुआ। यहां पुलिस व आंदोलकारियों के बीच झड़प के बाद पथराव और लाठीचार्ज हुआ। घाघरा में पथराव में मनोहरपुर के बीडीओ और डीएसपी समेत कई लोग घायल हो गए। वहीं मुरी स्टेशन पर पुलिस ने आजसू विधायक लंबोदर महतो समेत बड़ी संख्या में लोगों को गिरफ्तार किया।
मोर्चा ने अनुसूचित जनजाति में कुरमी को शामिल करने व आठवीं अनुसूची में कुरमाली को शामिल करने की मांग को लेकर मुरी, गोमो, नीमडीह व घाघरा में बुधवार सुबह से आंदोलन शुरू किया। मुरी में आंदोलन सुबह आठ बजे शुरू हुआ। यहां प्रशासन ने 13 स्थानों पर बैरिकेडिंग की थी। परंतु महिलाएं बैरियर तोड़ आगे बढ़ गईं। आंदोलनकारी सुबह 11 बजे मुरी आउटर के पास ट्रैक पर बैठ गए। बाद में वार्ता के बाद देर शाम ट्रैक खाली करा लिया गया।
घाघरा में हुए बवाल में बीडीओ व डीएसपी समेत कई घायल
इधर, चक्रधरपुर रेलमंडल के घाघरा स्टेशन पर देर रात आंदोलकारियों और सुरक्षाबलों में भिड़ंत हो गई। इस दौरान हुए लाठीचार्ज और पथराव में मनोहरपुर बीडीओ हरि उरांव, डीएसपी अजित कुजूर व आरपीएफ जवान समेत कई जख्मी हो गए। कुछ आंदोलकारी भी जख्मी हुए हैं। घायलों को मनोहरपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया है। दरअसल, देर शाम एसडीओ ने सभी को धारा 144 का हवाला देते हुए आंदोलन वापस लेने को कहा। इसके बाद बवाल बढ़ गया। उसके बाद रात करीब साढ़े नौ बजे लाठीचार्ज के बाद रेलवे ट्रैक खाली करा लिया गया।
मुरी, गोमो में आंदोलन स्थगित
वार्ता के बाद देर शाम मुरी और गोमो में आंदोलन स्थगित हो गया। वहीं घाघरा में लाठीचार्ज के बाद रात साढ़े नौ बजे ट्रैक खाली कराया गया। नीमडीह में रात तक आंदोलनकारी ट्रैक पर जमे थे। मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष शीतल ओहदार ने कहा कि संसद के सत्र में उनकी मांगों को सांसद उठाएं। मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
रांची मंडल की 12 ट्रेनें रद्द
झारखंड के चार स्टेशनों के अलावा ओड़िशा के हरिचंदनपुर, जराईकेला तथा भंजपुर में भी ट्रैक जाम किया गया। आंदोलन के चलते झारखंड में रेल सेवा चरमरा गई। आंदोलन के कारण 28 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया जबकि कई ट्रेनों को बदले मार्ग से चलाया गया। रद्द की गई ट्रेनों में 12 रांची रेल मंडल की हैं।