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बिहार के किसान की बेटी पंखुड़ी का कमाल; पेंटिंग प्रदर्शनी बचपन के नाम!

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 पूर्णिया

आज हम आपको एक अनोखी पेंटिंग प्रदर्शनी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें 100 से अधिक पेंटिंग्स को डिस्प्ले किया गया और सबसे महत्वपूर्ण बात, इन सभी पेंटिंग्स को तैयार किया 11 साल की बच्ची ने। बिहार के पूर्णिया जिला मुख्यालय स्थित किलकारी बिहार बाल भवन में पहली बार एक ऐसी पेंटिंग प्रदर्शनी आयोजित की गई, जिसमें बच्चे के द्वारा बनाई गई पेंटिंग प्रदर्शित हुई।

11 साल की बच्ची पंखुड़ी काश्यप के द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स की यह प्रदर्शनी इन दिनों सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटौर रही है। किलकारी बिहार बाल भवन में 19 सितंबर को यह प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया। आपको बता दें कि पंखुड़ी के पिता गिरिंद्रनाथ झा किसान हैं। वह पुर्णिया के चनका में रहकर खेती करते हैं।

पूर्णिया स्थित एक निजी विद्यालय में पांचवीं में पढ़ाई कर रही पंखुड़ी की पेंटिंग में आप प्रकृति के रंग देख सकते हैं। वह कलर मिक्सिंग में भी प्रयोग करती है। अलग-अलग रंगों को मिलाकर नये रंग का कलेवर तैयार करना उसे पसंद है। पंखुड़ी को स्केच, पेंटिंग से लगाव है। तीन साल की उम्र से ही वह कलर पेंसिल से खेल रही है। अबतक पंखुड़ी 200 से अधिक पेंटिंग बना चुकी है।

पंखुड़ी ने बताया कि स्कूल से लौटने के बाद वह नियम से पेंटिंग बनाती है। यूट्यूब पर आर्ट से जुड़े चैनलों को वह फॉलो करती है। अपनी पहली पेंटिंग प्रदर्शनी को लेकर वह काफी उत्साहित थी।

पेटिंग प्रदर्शनी के साथ ही एक पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया, जिसमें 8 से 11वर्ष (जूनियर ग्रुप) और 12 से 16 (सीनियर ग्रुप) के बच्चों ने हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में कुल 105 बच्चों ने हिस्सा लिया। बच्चों ने प्रकृति और जल विषय पर ए 4 साइज पेज में पेंटिंग बनाया। प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को पुरस्कार प्रदान किया गया।

100 से अधिक पेंटिंग हुई प्रदर्शित
पेंटिंग प्रदर्शनी में 100 से अधिक पेंटिंग का डिस्प्ले किया गया। लोगों ने प्रकृति, स्केच, कैनवास, कोरियाई कलाकार, देवी देवता- सूर्य के रूप, कृष्ण, लक्ष्मी, मिथिला पेंटिंग को खूब पसंद किया।

कल्पना के आधार पर बनाती है पेंटिंग
पंखुड़ी ने अभी तक पेंटिंग की कोई विशेष तालीम हासिल नहीं की है। कल्पना के आधार पर वह पेंटिंग तैयार करती है। पिछले कुछ दिनों से वह स्केच पर काम कर रही है।