नई दिल्ली
भारतीय शेयर बाजारों में बुधवार को कोहराम मच गया। अमेरिकी फेडरल बैंक के ऐलान से पहले सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट आई। बीएसई सेंसेक्स ने 796 अंक का गोता लगाया। निफ्टी भी करीब 232 अंक टूटकर 20000 के स्तर से नीचे आ गया। भारतीया बाजारों के बंद होने के बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में भी गिरावट रही। नैस्डैक 1.53 पर्सेंट टूट गया, एसएंडपी 0.94 % टूटा। डाऊ जोंस भी लाल निशान पर बंद हुआ। अगर आज भी इसका असर घरेलू शेयर मार्केट पर पड़ा तो सेंसेक्स-निफ्टी दोनों लाल होंगे।
आज सेंसेक्स-निफ्टी के लिए ये संकेत शुभ नहीं हैं
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल द्वारा कठोर मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद एशियाई बाजारों में गिरावट रही, जबकि अमेरिकी बाजार लाल निशान में बंद हुए। यूएस फेड ने बेंचमार्क ब्याज दरों को 22 साल के उच्चतम 5.25% से 5.5% पर अपरिवर्तित रखा, लेकिन कहा कि वह इस साल एक बार और ब्याज दरें बढ़ाएगा। यूएस फेड के ब्याज दर फैसले के बाद अमेरिकी शेयरों में रातभर की गिरावट के बाद गुरुवार को एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गई।
जापान का निक्केई 225 0.44% गिर गया। टॉपिक्स 0.21% गिर गया। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.5% और कोस्डैक 0.37% गिर गया। हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक वायदा एचएसआई के 17,885.60 के बंद स्तर की तुलना में 17,958 पर अधिक कारोबार कर रहा था। इस बीच, गिफ्ट निफ्टी निफ्टी फ्यूचर्स के पिछले बंद 19,972 के मुकाबले लगभग 19,857 पर कारोबार कर रहा था, जो भारतीय बेंचमार्क इक्विटी सूचकांकों के लिए नकारात्मक शुरुआत का संकेत देता है।
बुधवार को मचा था कोहराम
सेंसेक्स 1.18 फीसद की गिरावट के साथ 66,800.84 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 868.7 अंक तक लुढ़क गया था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.15 फीसद की गिरावट के साथ 19,901.40 अंक पर बंद हुआ।
इन वजहों से गिरावट
1. अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर फैसले पर नजर, एक दिन पहले अमेरिकी बाजार ने भी लगाया गोता
2. कच्चे तेल के दाम 10 माह के उच्चस्तर पर पहुंचे
3. डॉलर के मुकाबले रुपया भी निचले स्तर पर पहुंचा
4. बाजार उच्चस्तर पर, इससे मुनाफावसूली बढ़ी
5. विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली भी सितंबर में बढ़ी
6. कनाडा के पेंशन फंड द्वारा निकासी का भी असर
निवेशकों के दो लाख करोड़ डूबे: मेटल, रियल्टी और बैंकिंग, ऑटो, एफएमसीजी, और आईटी शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। बाजार में चौतरफा बिकवाली हावी रही। बीएसई में कुल 3803 कंपनियों में से 2110 में बिकवाली हुई। वहीं, निफ्टी की 39 कंपनियों में गिरावट, जबकि शेष 11 में तेजी पर रही। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पंजीकरण में दो लाख करोड़ रुपये की गिरावट दिखी।
एचडीएफसी बैंक सबसे ज्यादा टूटा: सबसे अधिक गिरावट एचडीएफसी बैंक का शेयरों में आई और चार फीसद टूट गया। विदेशी ब्रोकरेज फर्म नोमूरा ने बैंक की रेटिंग को घटाकर 'न्यूट्रल' कर दी है। इसका असर शेयर पर देखने को मिला। वहीं, जेएसडब्ल्यू स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज में भी दो फीसदी से अधिक गिरावट आई।
भारत-कनाडा में बढ़ते तनाव का भी असर: शेयर बाजारों पर भारत और कनाडा के बीच बढ़ते तनाव का असर भी देखा गया। कनाडा के पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने भारत की कई कंपनियों में एक लाख करोड़ से अधिक का निवेश किया हुआ है। बुधवार को इन कंपनियों के शेयरों में भी बिकवाली हुई। इनमें नायका का शेयर तीन फीसदी तक टूटा।