नईदिल्ली
पांडव नगर स्थित एनएच-9 पर तड़के वाहनों की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के सब इंस्पेक्टर और बोलेरो चालक को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। दोनों को अस्पताल में भर्ती किया। जहां एसआई 59 वर्षीय गंगासरन की मौत हो गई। घायल राम गोपाल की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस उपायुक्त अमरुथा गुगुलोथ ने बताया कि एसआई गंगासरन परिवार के साथ नांगलोई इलाके में रहते थे। वह मूलत बुलंदशहर के बमरौली गांव के रहने वाले थे और कल्याणपुरी थाने में तैनात थे।
वह घर से थाने आए थे। उनकी नाइट ड्यूटी थी। वह एएसआई अजय तोमर (चालक) के साथ ईआरवी पर पेट्रोलिंग पर थे। तड़के करीब 530 बजे गंगासरन ने एनएच-9 पर संदिग्ध बोलेरो पिकअप गाड़ी देखी, वह चारों ओर से बंद थी। उन्होंने ईआरवी वैन संदिग्ध गाड़ी के आगे लगाकर उसे रुकवा लिया। वह गाड़ी के पीछे चालक रामगोपाल से दस्तावेजों की जांच कर रहे थे। गाड़ी को खोलकर देखा तो उसमें पौधे व गमले रखे थे, जिन्हें नैनीताल से लाया जा रहा था। रामगोपाल ने बताया कि वह गाड़ी को चंदर विहार, रणहौला लेकर जा रहा था।
गंगासरन चालक से बात कर ही रहे थे कि इसी दौरान गाजियाबाद की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार ने दोनों को टक्कर मार दी। हादसे के बाद आरोपी अपनी कार मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। दोनों घायलों को एलबीएस अस्पताल में भर्ती कराया जहां एसआई को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपी की कार कब्जे में ले ली है। पुलिस गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर आरोपी की तलाश में जुटी है। गाड़ी दिल्ली से ही रजिस्टर्ड है।
अगले वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले थे एसआई गंगासरन
गंगासरन अगले साल ही सेवानिवृत्त होने वाले थे। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वह रिटायर होने के बाद गांव जाकर रहना चाहते थे। मगर शायद भगवान को कुछ और ही मंजूर था। गंगासरन वर्ष 1984 में दिल्ली पुलिस में हवलदार के तौर पर भर्ती हुए थे। बाद में तरक्की प्राप्त कर वह सब इंस्पेक्टर बन गए थे। दिल्ली में इनका परिवार चंचल पार्क, नांगलोई में रह रहा है। इनके परिवार में पत्नी उषा देवी के अलावा तीन बेटे हरेंद्र, संजीव राजीव के अलावा दो बेटी संतोष और वीना है। संतोष की शादी हो चुकी है। बाकी चारों की बच्चे अलग-अलग कंपनी में प्राइवेट नौकरी करते हैं। उधर, पुलिस ने मंगलवार दोपहर ही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।