नई दिल्ली
खालिस्तानी उग्रवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा और भारत के रिश्ते अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाते हुए भारतीय अधिकारी पवन कुमार राय को देश से निकलने का आदेश दिया। यह पहला मौका है, जब किसी देश ने दूसरे मुल्क के अधिकारी का नाम उजागर करते हुए ऐक्शन लिया है। कनाडा की इस हरकत पर भारत ने सख्त आपत्ति जताई है। इसके जवाब में भारत ने भी कनाडा के खुफिया अधिकारी ओलिवियर सिल्वेस्टर को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
जानकारों ने कहा कि कनाडा की यह हरकत ओछी है और इससे पहले किसी भी देश ने इस तरह अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया। यहां तक कि चीन और पाकिस्तान ने भी भारत के साथ ऐसा नहीं किया और न ही भारत ने किसी देश संग ऐसा किया। कनाडा का आरोप है कि पवन कुमार राय रॉ के अफसर हैं और हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का उनसे संबंध था। हरदीप सिंह निज्जर खालिस्तानी आतंकी था, जो कनाडा से भारत विरोधी गतिविधियों को संचालित करता था। कुछ वक्त पहले उसकी कनाडा में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसकी मौत के पीछे खालिस्तानी और कनाडा सरकार भारतीय एजेंसियों का हाथ बता रहे हैं।
पहले तो कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने संसद में भारत पर निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया। फिर उनकी विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भारतीय अफसर को निकालने का ऐलान कर दिया। इसके जवाब में अब भारत ने भी एक अधिकारी को देश छोड़ने को कहा है। माना जा रहा है कि यह तनाव अभी और बढ़ सकता है। कारोबार रोकने और एक दूसरे पर कुछ प्रतिबंध तक बात पहुंच सकती है। गौरतलब है कि भारत सरकार ने कनाडा के सारे आरोपों को खारिज करते हुए बेहूदा और मनगढ़ंत करार दिया है।
बता दें कि कई दशकों से पाकिस्तान और भारत के बीच तनाव रहा है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के दर्जनों अधिकारियों को जासूसी का आरोप लगाते हुए देश से बाहर किया है। लेकिन कभी भी आधिकारिक बयान में किसी अफसर का नाम नहीं लिया गया। कई मामलों में भले ही मीडिया में नाम लीक हुए हों, लेकिन आधिकारिक तौर पर ऐसा कभी नहीं हुआ। 1960 में चीन ने जरूर दो अधिकारियों को देश से निकाला था और उनका नाम भी जाहिर कर दिया था। लेकिन उसके बाद ऐसा कभी नहीं हुआ।