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अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले और न्याय करने वाले थे गुरू बालकदास : डॉ डहरिया

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रायपुर। नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया आरंग विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अमसेना में आयोजित राजगुरू गुरू बाबा बालकदास जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा बालकदास अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने वाले और न्याय करने वाले महान राजा थे। उनके जीवन दर्शन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। देश की आजादी में बाबा बालकदास का बड़ा योगदान है। अमसेना में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ डहरिया ने जैतखाम और गुरुगद्दी में पूजा अर्चना की। उन्होंने आगे कहा कि बाबा गुरु घासीदास ने जिस तरह सत्य और अहिंसा का मार्ग चुना। उसी तरह प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल उनके बताए हुए राह पर चलकर छत्तीसगढ़ को विकास की राह पर ले जा रहे हैं। जो भी घोषणा सरकार ने किया है उसे लगातार पूरा कर रहे हैं। किसानों का धान सबसे ज्यादा मूल्य में खरीदने के साथ राजीव गाँधी किसान न्याय योजना से लाभान्वित किया गया। किसानों का कर्ज माफ करने के अलावा लोगों के बिजली बिल हाफ किए गए। शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती कर स्थानीय बेरोजगारों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी घरों में नल कनेक्शन लग जायेगा और पीने का शुद्ध पानी सबको मिलेगा। उन्होंने सूखा प्रभावित किसानों को सरकार द्वारा प्रति एकड़ 9 हजार रुपए देने की बात कही। मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि आरंग क्षेत्र में विकास कार्यों की सौगात लगातार दी जा रही है। हर ग्राम पंचायतों में करोड़ों रुपए के विकास कार्य कराए गए हैं। तीन नए नगर पंचायत भी इसी विधानसभा में बना है। अमसेना क्षेत्र में ढाई करोड़ रुपए के कार्यों की स्वीकृति ढाई साल में हुई है। पुल, सड़क सहित अन्य बड़े कार्यों से अमसेना ही नहीं आसपास के ग्रामवासियों को भी इसका लाभ मिलेगा। मंत्री डॉ डहरिया ने अमसेना अंतर्गत जो भी मांग है उसे आने वाले दिनों में पूरा करने की बात कही है। यहाँ उन्होंने स्वेच्छानुदान से गाँव की श्रीमती सरोजनी खुंटे को 15 हजार और बाबा बालकदास जयंती समारोह के आयोजन समिति को 40 हजार रुपए देने की घोषणा की। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती दुर्गा राय, नगर पंचायत समोदा के अध्यक्ष आजुराम वंशे, राजकुमार बघेल, मोहन साहू,  कोमल साहू, खेदूराम डहरिया,  प्रकाश मार्कण्डेय,  शिव साहू,  पवन चंद्राकर,  रेखलाल पात्रे,  गुरुदीवान,  लक्की कोशले, श्रीमती सरोजनी खुंटे, श्रीमती अमरौतिन बाई सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और ग्रामवासी उपस्थित थे।