बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शनिवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ की घटना हुई। इसमें 5 जवान शहीद हो गए हैं। करीब 3 घंटे से ज्यादा चली मुठभेड़ में कोबरा के 1, बस्तरिया बटालियन के 2 और डीआरजी के 2 जवान शहीद हो गए। 3 नक्सलियों के भी मारे जाने की खबर है, इनमें एक महिला है। मुठभेड़ तर्रेम थाना क्षेत्र के जंगलों में हुई। मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के 12 जवान घायल भी हो गए हैं। बीजापुर के पुलिस अधीक्षक कमल लोचन कश्यप ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। मुठभेड़ झीरम हमले के मास्टरमाइंड हिड़मा के गांव में हुई है। हमला करने वाले नक्सली उसी की टीम के सदस्य थे। काफी लंबे समय से गांव में नक्सलियों का जमावड़ा लग रहा था। इसकी सूचना पर जवान पहुंचे थे। डीआईजी नक्सल आॅपरेशन ओपी पाल ने मीडिया को बताया कि 2 अप्रैल की रात बीजापुर और सुकमा से सीआरपीएफ, डीआरजी, जिला पुलिस बल और कोबरा बटालियन के जवानों को नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाले दक्षिण बस्तर इलाके में ज्वाइंट आॅपरेशन के लिए भेजा गया था। इस पार्टी में बीजापुर के तर्रेम से 760, उसूर से 200, पामेड़ से 195, सुकमा के मिनपा से 483 और नरसापुरम से 420 जवान रवाना किए गए थे। अगले दिन शनिवार दोपहर करीब 12 बजे सुकमा-बीजापुर बार्डर पर सुकमा जिले के जगरगुंडा क्षेत्र के जोनागुड़ा गांव के पास नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। छत्तीसगढ़ में 10 दिन के अंदर यह दूसरा नक्सली हमला है। इससे पहले 23 मार्च को हुए हमले में भी 5 जवान शहीद हुए थे। यह हमला नक्सलियों ने नारायणपुर में आईईडी ब्लास्ट के जरिए किया था।