रायपुर। प्रदेश के कृषि और जल संसाधन मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा है कि जाज्वल्यदेव की नगरी पुरा-वैभव संपन्न और धन-धान्य से परिपूर्ण है। इस अंचल में कृषि के क्षेत्र में किसानों की जागरूकता को देखते हुए इस आयोजन को और अधिक वृहद स्वरूप दिया जाएगा। श्री चौबे बुधवार को जिला मुख्यालय जांजगीर में आयोजित जाज्वल्य देव लोक महोत्सव एवं एग्रीटेक कृषि मेला समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर जिले के किसानों के लिए किसान सदन बनाने की घोषणा की। श्री चौबे ने जिले के किसानोंं को कृषि संबंधी अध्ययन भ्रमण के लिए राज्य के अन्य विकसित जिलों का भ्रमण कराने की बात कही। कृषि मंत्री ने कहा किसानों की आशीर्वाद और सहयोग से छत्तीसगढ़ की नई सरकार बनी। यह सरकार किसानों की सरकार है। उन्होंने कहा कि राज्य का एक लाख करोड़ का बजट है। इनमें अधिकांश राशि का उपयोग किसानों के हित में होगा। उन्होंने कहा कि नई सरकार के गठन होने के पहले घंटे मे ही 16 लाख 65 हजार किसानो का लगभग 6 हजार 230 करोड़ रुपए का अल्पकालिक कृषि ऋण माफ किया गया है। इसी तरह धान की खरीदी 2500 रूपया प्रति क्विटंल के हिसाब से खरीदने के निर्णय से किसानों के चेहरों में मुस्कान आयी है। श्री चौबे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में समृद्धि और किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए स्थानीय नाले, उसके पालतू पशु, सामान्य परंपरागत उपज से निकलने वाले उत्पाद और बाड़ी का विकास समेकित कर सुराजी गांव योजना शुरू की जा रही है। समारोह को जांजगीर क्षेत्र के विधायक नारायण चंदेल और अकलतरा विधायक सौरभ सिंह ने भी संबोधित किया। कलेक्टर नीरज कुमार बनसोड़ ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री श्री चौबे ने जांजगीर जिला के विकास पर आधारित जाज्वल्या पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने इस अवसर पर धान उत्पादन, मत्स्य पालन और पशुपालन के क्षेत्र. में उल्लेखनीय कार्य करने वाले कृषकों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।