राज्यपाल ने दंतेश्वरी फाईटर्स के महिला कमांडो से बात कर हौसला अफजाई की और कहा कि आप लोगों की बहादुरी को पूरे प्रदेशवासियों की तरफ से सेल्यूट करती हूं
रायपुर। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज दंतेवाड़ा की ‘दंतेश्वरी फाइटर्स’ की महिला कमांडो सुश्री लक्ष्मी कश्यप और श्रीमती विमला कवासी से फोन में बात की और उनकी हौसला अफजाई की। राज्यपाल ने कहा- आप लोगों को बहुत-बहुत बधाई देती हूं कि आप लोग जिस बहादुरी के साथ नक्सल क्षेत्र में काम कर रही हैं, वह तारिफे काबिल है। इस बहादुरी के लिए पूरा प्रदेश आपको सलाम करता है। मैंने दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए वीडियो में देखा कि आप लोगों ने किस प्रकार सावधानी से और बिना डरे नक्सलियों द्वारा लगाए गए आईडी (बम) को निष्क्रिय किया और सुरक्षा बलों तथा ग्रामीणों को किसी भी संभावित क्षति से बचाते हुए उनकी रक्षा की। आप लोगों के इन प्रयासों से ही शांति और सुरक्षा स्थापित होगी और मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से जल्द मुक्त होगा। आप लोग देश की रक्षा के लिए इसी प्रकार हिम्मत से डटे रहना।
महिला कमांडों ने राज्यपाल को धन्यवाद दिया और कहा कि आपसे बात करने के बाद हमारा उत्साह दोगुना हुआ है। आपके दंतेवाड़ा प्रवास के दौरान आपसे मुलाकात हुई थी। हम लोग ऐसे ही काम करते रहेंगे। दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव को बधाई देते हुए कहा कि आपके नेतृत्व में बहुत अच्छा कार्य हो रहा है। आपने सहायक आरक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान कर दंतेश्वरी फाईटर्स (महिला कमांडो) की टीम बनाई है। इसके लिए आप बधाई के पात्र है। आप लोगों की मेहनत, लगन और टीम वर्क का परिणाम है कि बस्तर क्षेत्र की महिलाएं एवं युवतियां प्रशिक्षित महिला कमांडों के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं और बम डिफ्यूज जैसे कठिन काम को भी आसानी से कर पा रही हैं। पुलिस अधीक्षक पल्लव ने भी राज्यपाल को धन्यवाद दिया।
राज्यपाल ने महिला कमांडो की टीम लीडर उप पुलिस अधीक्षक श्रीमती शिल्पा साहू से कहा कि मेरी तरफ से बधाई। आप लोग इसी तरह से काम करते रहिए। आप लोगों को कोई समस्या हो तो दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक के माध्यम से सूचित करें, मैं हरसंभव मदद करूंगी।
उल्लेखनीय है कि 06 अक्टूबर 2020 को थाना कटेकल्याण क्षेत्रान्तर्गत ग्राम सूरनार व टेटम के ग्रामीणों द्वारा टेटम एवं सूरनार के बीच सड़क पर माओवादियों द्वारा सुरक्षा बल को क्षति पहुंचाने के लिए आईडी लगाने की सूचना दी गई, जिस पर दंतेवाड़ा से सुरक्षा बलों को रवाना किया गया और वहां पर माओवादियों द्वारा आईडी लगाना पाया गया तथा इस टीम की ‘दंतेश्वरी फाईटर्स’ की दो जाबांज महिला कमाण्डो कुमारी लक्ष्मी कश्यप व श्रीमती विमला कवासी द्वारा अपनी जान की परवाह किए बिना आईडी को सुरक्षित निष्क्रिय करने में सफलता प्राप्त की तथा अपनी टीम का व ग्रामीणों का जान माल की क्षति होने से बचा लिया गया।