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मंत्री डॉ. टेकाम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया ‘बस्तर नोनी’ कॉल सेंटर और गढ़बो नवा जगदलपुर कार्यक्रम का शुभारंभ

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विकास कार्यों के लिए जनता से सुझाव मंगाए जाने को बताया अभिनव पहल

रायपुर। आदिम जाति कल्याण मंत्री और बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना के संबंध में लोगों की सहायता के लिए स्थापित ‘बस्तर नोनी’ कॉल सेंटर का शुभारंभ किया।
मंत्री डॉ. टेकाम ने कोरोना के संबंध में लोगों की सहायता के लिए स्थापित कॉल सेंटर की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना कॉल में जब पूरा विश्व अपने तरीके से इस महामारी से लड़ने की कोशिश कर रहा है, वहां हमें भी आगे आने की आवश्यकता है। यह कॉल सेंटर काफी लोगों की समस्याओं को प्रशासन तक पहुंचाने का सहारा बनेगा और जनता में भरोसा दिलायेगा की शासन-प्रशासन उनके स्वास्थ्य को लेकर गंभीर और तत्पर है। इस बीमारी से लड़ने एवं हराने का लोगो को मनोबल भी प्रदान करेगा। बस्तर नोनी कॉल सेंटर एक रचनात्मक सोच है, यह एक अच्छा प्रयास है जिसमें एक बच्ची लोगों को जागरूक कर रही हैै। उन्होंने इस कार्य के लिए स्वयं सेवक के रूप में अपना योगदान देने वाले डॉक्टर्स और नर्सिंग कॉलेज के प्राध्यापकों से चर्चा कर अनुभवों को सुना और उनके कार्यों को सराहना की।
मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मंशानुसार योजनाओं को क्रियान्वित करने से पहले जनता की सहभागिता सुनिश्चित हो रही है इसके माध्यम से लोगों के जरूरत के अनुसार सुझाव जिला प्रशासन को प्राप्त हो रहा है जो जनता के लिए लाभदायक है। उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा जिले के विकास के लिए लोगों से सुझाव मंगाए जाने की प्रशंसा करते हुए इसे अभिनव पहल बताया। मंत्री डॉ. टेकाम ने कहा कि गढ़बो नवा जगदलपुर बस्तर के विकास को एक नया आयाम प्रदान करेगा। जैसे-जैसे अधोसरचाएं व्यवस्थित होती जाएगी, विकास की सभी योजनाओं में हर वर्ग एवं उम्र के लोगों के लिए पर्याप्त अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की परियोजना में जनता के सुझाव बहुत महत्वपूर्ण हैं।
सांसद दीपक बैज ने कहा कि लोगों के मन में कोरोना के प्रति भय और शंका को दूर करने में यह कॉल सेंटर और एप्प सहायता करेगी। इसके माध्यम से अधिक से अधिक लोगों की मदद की जा सकती है। विधायक राजमन बेंजाम ने इस अवसर पर विकासखण्ड स्तर पर कोविड केयर सेंटर की स्थापना की आवश्यकता बताते हुए कहा कि इससे ग्रामीणों को राहत मिलेगी।
कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि इस कॉल सेंटर के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित जानकारी दी जाएगी। इसके जरिए होम आइसोलेशन के नियम, कोविड जांच की सुविधा, एंबुलेंस की सुविधा, कोविड संक्रमित के संपर्क में आने पर उठाए जाने वाले कदम, घबराहट व तनाव की स्थिति में चिकित्सकीय परामर्श, एमरजेंसी सेवा के बारे में आदि जानकारी प्राप्त होगी। एप के माध्यम से कोविड संबंधित समस्त जानकारी लोगों को प्राप्त होगी। वर्तमान में लोगों में कोविड के संबंधित गलत धारणा बनी हुई है, जिसे कॉल सेंटर के माध्यम से इसे दूर करने की पहल जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। कॉल सेंटर के माध्यम से लोगों को कोविड संबंधित सही जानकारी प्राप्त होगी और लोग कोविड के प्रति सजग एवं जागरूक होंगे। कॉल सेंटर की सेवा सप्ताह के सातों दिन चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी। इसके माध्यम से प्रशिक्षित वॉलेंटियर्स द्वारा लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बस्तर जिले में अब तक 30 हजार लोगों को काढ़ा वितरण किया जा चुका है। जिले में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए आवश्यक दवा, उपकरण एवं मानव संसाधन की उपलब्धता के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला खनिज मद न्यास से भी राशि प्रदान की गई है। कलेक्टर ने बताया कि जिले में वर्तमान में कोविड केयर सेंटर की क्षमता 700 बिस्तरों की है, जिसे इसी माह तक 2800 करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले के पांच विकासखण्डों में कोविड केयर सेंटर स्थापित हैं, जिसे जनप्रतिनिधियों की मांग के अनुसार सातों ब्लॉक में किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोविड के प्रति लोगों में जागरुकता बढ़ी है तथा पहले किसी स्थान पर कोविड अस्पताल बनाए जाने का विरोध होता था, किन्तु अब ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा स्वयं इसकी मांग की जा रही है।
इस अवसर पर जिला कार्यालय स्थित एनआईसी के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल, सहायक कलेक्टर सुश्री रेना जमील, अपर कलेक्टर अरविंद एक्का, नगर निगम आयुक्त प्रेम पटेल उपस्थित थे।