नई दिल्ली। 7 दिन पहले अरुणाचल से गायब हुए 5 युवक शनिवार को किसी भी समय भारत को सौंपे जा सकते हैं। केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी कि चीन की सेना ने भारतीय सेना को युवकों को हैंडओवर करने के बारे में कंफर्म कर दिया है। सेना के सूत्रों के मुताबिक, बॉर्डर के करीब एक मीटिंग प्वाइंट है वाछा, यहीं पर युवकों को हैंडओवर किया जाएगा।
6 सितंबर को चीनी सैनिकों को हॉटलाइन पर मैसेज भेजकर गायब युवकों के बारे में जानकारी मांगी गई थी। 8 सितंबर को हॉटलाइन पर ही चीन ने इन युवकों के अपनी सीमा में होने की पुष्टि की थी।
LRRP दल के साथ पोर्टर्स का काम कर रहे थे युवक
गायब हुए युवकों के परिजनों ने बताया था कि ये लोग मैकमोहन लाइन की पेट्रोलिंग कर रहे जवानों (लॉन्ग रेंज रिकॉन्सन्स पेट्रोल यानी LRRPs) के लिए जरूरी सामान ढोने का काम कर रहे थे। पोर्टर्स के तौर पर इन्हें निगरानी दल में शामिल किया गया था। इनकी उम्र 18 से 20 साल के बीच थी। परिजनों ने आशंका जाहिर की थी कि हो सकता है कि ये युवक पहाड़ी में पारंपरिक जड़ी-बूटियां ढूंढने के दौरान निगरानी दल से अलग होकर भटक गए हों।
अरुणाचल के विधायक ने दावा किया था- चीनी सैनिकों ने अगवा किया
5 सितंबर को अरुणाचल के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने ट्विटर पर चीनी सेना द्वारा 5 लोगों के अगवा किए जाने का दावा किया था। उन्होंने लड़कों के नाम टोक सिंग्काम, प्रसात रिंगलिंग, दोंग्तु इबिया, तानु बेकर और नागरू दिरि बताए थे। एरिंग ने कहा था कि चीन के सैनिकों ने नाछो कस्बे में रहने वाले पांच लड़कों को अगवा किया है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से अपील की थी कि पांचों लड़कों की सुरक्षित वापसी होनी चाहिए।
अगवा किए गए सभी पांच लड़के तागिन समुदाय के है। एरिंग के दावे के मुताबिक, चीनी सैनिकों ने नाछो क्षेत्र के जंगल से इन्हें उठाया गया था। यह क्षेत्र सुबानसिरी जिले में आता है।