पटना। राजद प्रमुख लालू यादव के समधी चंद्रिका राय गुरुवार को जदयू में शामिल हो गए। इस मौके पर उन्होंने नाम लिए बिना अपने दामाद तेजप्रताप यादव पर निशाना साधा था। शुक्रवार को तेजप्रताप ने इसका जवाब दिया। उन्होंने इस दौरान कई विवादित बयान दिए। तेजप्रताप ने कहा कि चंद्रिका राय का हैसियत नहीं है कि हमारे सामने खड़े हो सकें।
हिम्मत है तो आएं गेट पर फरिया लेंगे
तेजप्रताप ने कहा कि कौन चंद्रिका राय हैं? कौन फंद्रिका राय हैं? इससे हमको क्या मतलब है? हमारे सामने खड़े होने की उनकी औकात है क्या? हिम्मत है तो आइए हमारे गेट पर फरिया लेते हैं। हमारा मामला (ऐश्वर्या से तलाक का) कोर्ट में चल रहा है। उसी समय हमारा संबंध खत्म हो गया था। सारे सबूत हमारे पास हैं। वह नारी है, जिसके चलते हम उसका सम्मान करते हैं। नहीं तो मेरे पास बहुत से वीडियो क्लिप्स हैं दिखाने के लिए।
चंद्रिका राय के तोड़ने से नहीं टूटेगा राजद
तेजप्रताप ने कहा कि चंद्रिका राय के तोड़ने से राजद नहीं टूटेगा। जनता उन्हें नहीं लालू यादव को चाहती है। उनके जाने से जदयू को कोई फायदा नहीं होगा। जदयू के कितने विधायक हमारे संपर्क में हैं। कई विधायक टूट कर हमारे पास आने वाले हैं। चार-पांच दिन में हम इसकी खबर देंगे। नीतीश कुमार और आरएसएस शुरू से चाहते हैं कि हमलोग कमजोर हो जाएं, लेकिन हमलोग कमजोर नहीं होने वाले। हम लोग और ताकत से उभर कर सामने आते हैं। सिर्फ यादव नहीं सभी वर्ग के लोग हमारी पार्टी के साथ हैं।
चंद्रिका राय ने की थी तेजप्रताप पर कार्रवाई की मांग
चंद्रिका राय ने जदयू की सदस्यता लेते ही तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव पर जोरदार हमला बोला था। चंद्रिका राय ने कहा था कि बिहार में सरकार बनाने का दावा करने वाले लालू के दोनों लाल पहले यह तो बताएं, वे कहां से चुनाव लड़ेंगे? हमने सुना है कि दोनों अपने लिए सेफ सीट की तलाश कर रहे हैं। लेकिन जो हालात है, उसमें उन दोनों के लिए कोई भी सीट सुरक्षित नहीं है।
लालू परिवार आजकल पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाकर विधायकों को निष्कासित कर रहा है। यह कार्रवाई तो सबसे पहले तेजप्रताप पर होनी चाहिए। तेजप्रताप ने लोकसभा चुनाव के दौरान राजद के कई उम्मीदवारों को हरवाया। चुनाव के बाद समीक्षा बैठक में मैंने तेजप्रताप के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, पर इसे अनसुना कर दिया गया।