जयपुर। विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने के एसओजी के खुलासे के एक दिन बाद कांग्रेस और भाजपा ने एक दूसरे पर हमले किए। शनिवार को सीएम अशोक गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई और भाजपा नेता गुलाब चंद कटारिया, प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का सीधे नाम लेते हुए कहा कि ये लोग केंद्रीय नेताओं के इशारे पर राजस्थान में सरकार को गिराने के लिए खेल खेल रहे हैं।
एक तरफ राज्य सरकार कोरोना से लड़ रही है लेकिन भाजपा सरकार गिराने की कोशिशों में लगी है। गहलोत बोले- जैसे बकरा मंडी में बकरे बिकते हैं, भाजपा उसी ढंग से खरीदकर राजनीति करना चाहती है, इनकी बेशर्मी की हद है। गहलोत बोले- राजस्थान में आज तक हॉर्स ट्रेडिंग नहीं हुई। जो पार्टी के नाम से जीतकर आए हैं, पार्टी ने उनको पहचान दी है, बड़े-बड़े पद दिए, उन्हें एमएलए बना दिया, एमपी बना दिया, मंत्री बना दिया। सब कुछ कर दिया। अब अगर गद्दारी करतते हैं तो राजस्थान की जनता कभी माफ नहीं करेगी।
पायलट पर बोले- सीएम कौन नहीं बनना चाहता
जब गहलोत से पूछा गया कि उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा, ‘कौन नहीं चाहता है मुख्यमंत्री बनना? हमारी तरफ से 5-7 उम्मीदवार सीएम बनने लायक होंगे, लेकिन सिर्फ एक ही सीएम बन सकता है। जब कोई सीएम बन जाता है तो बाकी शांत हो जाते हैं।’
कांग्रेस में उन जैसे नेता के लिए जगह नहीं
गहलोत ने कहा- मप्र में नेता प्रतिपक्ष को सरकार में शामिल कर लिया गया। मैं उम्मीद करता हूं कि गुलाबचंद कटारिया की ऐसी सोच नहीं होगी। हालांकि उनके जैसे लोगों के लिए कांग्रेस में जगह भी नहीं है। पूनिया व राठौड़, जिस प्रकार अपने केंद्रीय नेताओं के इशारे पर सरकार गिराने का खेल खेल रहे हैं, वे तमाम बातें जनता समझ गई है।
आजकल कम आता है वसुंधरा राजे का नाम
सीएम बोले- वसुंधराजी का नाम आजकल कम आता है। उन्हें दो बार सीएम कांग्रेस ने नहीं, भाजपा के नेताओं ने ही बनाया। जो दो बार सीएम रह जाए उसका चेहरा तो पब्लिक में रहता ही रहता है, उसका उपयोग आप कर नहीं पा रहे और कहते हैं गुटबाजी कांग्रेस में है। गुटबाजी तो भाजपा में हैं, इसी कारण कार्यकारिणी तक नहीं बन पा रही।
सीएम व डिप्टी सीएम से पूछताछ करेगी एसओजी
उधर, खरीद फरोख्त मामले में एसओजी अब सीएम अशोक गहलोत एवं डिप्टी सीएम सचिन पायलट से भी पूछताछ करेगी। एसओजी ने दोनों को बयान देने के लिए नोटिस जारी किए हैं। जिन दो मोबाइल नंबरों पर सरकार गिराने को लेकर बातचीत हुई थी, उनके संचालक गिरफ्तार कर लिए गए हैं। दोनों खान व्यवसायी हैं। इनमें हिस्ट्रीशीटर मानकर गिरफ्तार किया गया अशोक सिंह उदयपुर का रहने वाला है और मेवाड़ क्षत्रिय सभा का पदाधिकारी है। दूसरा आरोपी भरत मालानी ब्यावर का रहने वाला है और भाजपा के व्यापार प्रकोष्ठ का पूर्व संयोजक है।