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चीन पर जमकर बरसे अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो

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वॉशिंगटन । अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सीमा विवाद को लेकर चीन को जमकर खरीखोटी सुनाई। उन्होंने कहा कि चीन का कोई भी पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जिसके साथ उसका सीमा विवाद न हो। हाल में ही चीन ने भूटान के साथ भी अपने सीमा विवाद का जिक्र किया है। उन्होंने लद्दाख में चीनी घुसपैठ को लेकर भारत के जवाबी कार्रवाई की भी जमकर तारीफ की।

सीमा विवाद पर भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाब

भारत-चीन सीमा विवाद पर पोम्पियो ने कहा कि मैंने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस बारे में बात की। चीन ने बिना किसी उकसावे के आक्रामक कार्रवाई की और भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने हाल में ही भूटान के साथ सीमा विवाद का जिक्र किया था। हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं से लेकर समुद्र में वियतनाम के सेनकाकू द्वीपों चीन का सीमा विवाद है। चीन के पास क्षेत्रीय विवादों को भड़काने का एक पैटर्न है। दुनिया को इस बदमाशी की अनुमति नहीं देनी चाहिए।

कोरोना वायरस को लेकर चीन को घेरा
पोम्पियो ने कहा कि चीन विदेशी देशों की अपेक्षा अपने ही लोगों को खुले तौर पर अपनी भावनाएं व्यक्त करने से डरता है। चीन की क्म्युनिस्ट पार्टी के पास विश्ववसनीयता की समस्या है। वे दुनिया को कोरोना वायरस की सच्चाई बताने में विफल रहे हैं। जिससे अबतक लाखों लोग मर चुके हैं।

टिकटॉक को लेकर अमेरिका गंभीर, कर रहे समीक्षा
अमेरिकी विदेश मंत्री ने चाइनीज ऐप टिक टॉक को बैन करने पर कहा कि मैं इसे व्यापक संदर्भ में रखना चाहता हूं। हम अमेरिकी नागरिकों की गोपनीयता और उनके डेटा की रक्षा को लेकर प्रतिबद्ध हैं। हम अमेरिकी लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए इसका निरंतर मूल्यांकन कर रहे हैं।

भूटान से सीमा विवाद को लेकर चीन पर हमला
पोम्पियो ने कहा कि चीन का कोई पड़ोसी देश ऐसा नहीं है जो यह कह सके कि वे जानते हैं कि उनकी संप्रभुता कहां खत्म हो रही है और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी उसका सम्मान करेगी। भूटान के लोगों के लिए यह निश्चित रूप से सच है। दुनिया को इसका जवाब देने के लिए एक साथ आना चाहिए। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के इस बढ़ते विस्तारवादी प्रयासों को राष्ट्रपति ट्रंप ने गंभीरता से लिया है।

जिनपिंग का प्रभाव लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं
उन्होंने चीन के करतूतों को लेकर विश्वास जताते हुए कहा कि दुनिया ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के असली रंग देखे हैं और मैं पहले से कहीं ज्यादा आश्वस्त हूं कि दुनिया के मुक्त लोग खतरे को समझेंगे। दुनिया पर कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव शी जिनपिंग का प्रभाव स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए बहुत अच्छा नहीं है।