राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में नक्सलियों ने 60 वर्षीय एक वृद्ध की धारदार हथियार से हत्या कर दी। उसका शव बुधवार सुबह गांव से कुछ दूर पर पड़ा मिला। नक्सलियों ने एक दिन पहले ही वृद्ध को अगवा किया था। घटना नक्सल प्रभावित गातापार क्षेत्र की है। हालांकि पुलिस को नक्सली वारदात को लेकर संदेह है। पुलिस का कहना है कि आमतौर पर नक्सली वारदात के बाद पर्चा छोड़ते हैं, लेकिन मौके से ऐसा कुछ बरामद नहीं हुआ है।
एएसपी जीएन बघेल ने बताया कि गातापार क्षेत्र के भावे गांव निवासी राजवंशी सिरसाम (60) मंगलवार शाम को घर से निकला था, इसके बाद नहीं लौटा। सुबह ग्रामीणों ने उसका शव के पास पड़ा हुआ देखा तो पुलिस को सूचना दी। एएसपी बघेल ने बताया कि घटनास्थल पर किसी तरह का नक्सल पर्चा नहीं मिला है, इससे हत्या को लेकर अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। आमतौर पर ऐसी वारदात के बाद नक्सली हत्या की जिम्मेदारी भी लेते हैं।
इसे देखते हुए जांच अलावा रंजिश के एंगल से भी की जा रही है। वहीं भावे और आसपास के ग्रामीण इसे नक्सल वारदात ही मान रहे हैं, जिस निर्ममता से ग्रामीण की हत्या की गई है, वह नक्सलियों का ही तरीका है। ग्रमाीणों के मुताबिक इलाके में नक्सलियों की सक्रियता बनी हुई है। भावे को नक्सलियों का मुख्य गढ़ भी माना जाता है। घटना के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस की टीम भी जांच में जुटी हुई है।