भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी करने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि कोरोना संकटकाल में पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि कर जनता पर कोरोना के बाद महंगाई दोहरी मार की तरह है।
कमलनाथ ने कहा- एक तरफ कच्चा तेल सस्ता हो रहा है, दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दामों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। पहले केंद्र सरकार ने जनता को राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर खुद के खजाने को भरने का काम किया। अब मध्यप्रदेश की सरकार ने इस संकटकाल में पेट्रोल और डीजल पर एक 1-1 रुपए का अतिरिक्त कर बढ़ाकर जनता को महंगाई की आग में झोंकने का काम किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- प्रदेश में पेट्रोल पर पहले ही 33 प्रतिशत वैट, 1 प्रतिशत सेस और 3.5 रुपए अतिरिक्त कर लग रहा था। वहीं, डीजल पर 23 प्रतिशत वैट, 1 प्रतिशत सेस और 2 रुपए अतिरिक्त कर लग रहा था। अतिरिक्त करों में इस बढ़ोतरी से अब पेट्रोल और डीजल में अभी तक का सबसे ज्यादा टैक्स हो गया है।
कोरोना महामारी के इस संकट काल में जनता को पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले करो में कमी कर राहत देने का समय है लेकिन इस संकट काल में भी उन पर करों में बढ़ोतरी कर, जनता पर महंगाई की दोहरी मार थोपी जा रही है।
पेट्रोल 82.62 और डीजल 73.11 रुपए प्रति लीटर हुआ
प्रदेश सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक-एक रुपए अतिरिक्त कर बढ़ाया है। तेल के दामों की संशोधित कीमते 13 जून को रात 12 बजे से लागू हो गईं हैं। अब प्रदेश में पेट्रोल पर अतिरिक्त कर कुल 4.50 रुपए और डीजल पर 3 रुपए प्रति लीटर हो गया है। भोपाल में अब पेट्रोल 82.62 रुपए और डीजल 73.11 रुपए हो गया है।