रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 सालों से सत्ता पर काबिज रही भाजपा के सत्ता से हटते ही अन्तकर्लह तेज हो गयी है। शनिवार को भाजपा कार्यालय में हार की समीक्षा करने को लेकर बुलाई गई समीक्षा बैठक में जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल और रायपुर ग्रामीण के उम्मीदवार रहे पूर्व विधायक नंदे साहू के बीच विवाद खड़ा हो गया। बता दें कि रायपुर ग्रामीण से जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल भी टिकट के दावेदार रहे किन्तु टिकट पूर्व विधायक नंदे साहू को मिल गयी थी। नंदे साहू का कहना है कि राजीव अग्रवाल ने चुनाव में उनकी बगावत की थी। शनिवार की बैठक में वह इस बिन्दु पर चर्चा करना चाह रहे थे। उधर जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने इस बात को लेकर आपत्ति जताई कि बैठक में किसी उम्मीदवार को नहीं बुलाया गया है, केवल कार्यकर्ताओं को बुलाया गया था फिर नंदे साहू बैठक में कैसे आ गये। इसी बात को लेकर शुरू हुई बहस झूमझटकी में बदल गयी। इस पर वहां मौजूद वरिष्ठ नेताओं ने किसी तरह दोनों को समझा-बूझाकर शांत कराया। इसी बीच एक पत्रकार द्वारा बनाये गये इसके वीडियो को डिलीट करने के लिए भाजपा कार्यकर्ता पत्रकार से भिड़ गये। इसके बाद मामला और गंभीर हो गया। पत्रकारों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के इस कृत्य की कड़ें शब्दों में भर्त्सना की है।