सरसीवा। प्रतिबंधित होने के बावजूद सरसीवा एवं आसपास के गांव के व्यपारियों द्वारा नगर में पालीथिन का उपयोग किया जा रहा है। राज्य सरकार ने भले ही प्रदेश में पालीथिन के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया है, इसके लिए आदेश भी जारी हो चुके है लेकिन नगर में जगह-जगह दुकानों और हाथ ठेलो सहित किराना दुकान कपड़ा व सब्जी विक्रेताओं द्वारा आने वाले ग्राहकों को दी जाती हैं ।
पर्यावरण विभाग ने पालीथिन के उपयोग भंडारण और परिवहन को लेकर ग्राम पंचायतो एवं अधिकारियों को कारवाही करने के अधिकार भी दे दिए है, फिर भी ग्राम पंचायत एवं अधिकारियों की सुस्ती बरकरार है मिली जानकारी के अनुसार पालीथिन के जखिरो से दुकान एवं गोदाम भरे पड़े है हर क्षेत्र को प्लास्टिक पालीथिन ने जकड़ा हुआ है। मजे की बात तो ये है कि सरकार के आदेश की धज्जी खुलेआम उड़ाई जा रही है, इससे साफ जाहिर होता है कि नगर में संचालित दुकानदारों में सरकार के आदेश का कोई फर्क नही पड़ता। गौरतलब है कि इस आदेश पर पाबंदी नही लगाने से घूमने वाले पशुओं के साथ पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है इसके साथ ही केंद्र सरकार द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता अभियान पर भी खासा दुष्प्रभाव पड़ रहा है, इस मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मूकदर्शक बना है।
इस तरह जिमेदार जिलाप्रशासन व ग्रामपंचायत व अधिकारियों की अनदेखी के चलते खाद्य दुकान, कपड़ा दुकान, बेकरी स्टोर्स, मेडिकल स्टोर्स पर उपभोक्ताओं को बेधड़क पालीथिन बैग दिए जा रहे है उलेखनीय है कि राज्य सरकार ने 2 वर्ष पूर्व 5 मई को पालीथिन के प्रयोग पर पूरी तरह प्रतिबंध के आदेश जारी किए थे, खास बात यह है कि सरकार के इस आदेश पर अमल कराने के लिए यहां अभी तक एक बार भी कार्यवाही नही हुई है।