भोपाल। मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने शुक्रवार को शासन द्वारा नियंत्रित मंदिरों के पुजारियों का मानदेय तीन गुना बढ़ाकर 3 हजार रुपये कर देने की घोषणा की है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ऐसे मंदिरों की आर्थिक सहायता भी करेगी जो अपनी भूमि पर गोवंश की देखभाल करेंगे। प्रदेश के नए बने अध्यात्म विभाग के कैबिनेट मंत्री पीसी शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा, शासन नियंत्रित ऐसे मंदिर जिनके पास कोई भूमि नहीं है, उनके ऐसे पुजारियों को पूर्व में एक हजार रुपये का मानदेय मिलता था। इसे बढ़ाकर अब एक जनवरी से 3 हजार रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। इसी प्रकार पांच एकड़ तक भूमि वाले मंदिर के पुजारियों का मानदेय 700 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपए तथा 10 एकड़ भूमि वाले मंदिरों के पुजारियों का मानदेय 520 रुपए से बढ़ाकर 1560 रुपये प्रतिमाह किया गया है। उन्होंने बताया कि इससे प्रदेश के 25 हजार से अधिक पुजारी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा, इसके साथ ही मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड की मस्जिदों के मुस्लिम मौलवियों को इसी प्रकार मानदेय दिया जाएगा। सरकार ऐसे मंदिरों को भी आर्थिक मदद करेगी जो अपनी भूमि पर गौशालाएं बनाकर गोवंश की देखभाल करेंगे। बीजेपी 15 साल के शासन काल में केवल जुबानी जुगाली करने के अलावा गो-संरक्षण के मामले में कुछ नहीं किया। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के घोषणा पत्र में गो-संरक्षण के लिए प्रदेश में गोशालाएं बनाने का वादा किया गया था। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वचन पत्र का एक और वचन पूरा किया है। प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री शर्मा ने कहा कि प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिये मध्य प्रदेश सरकार ने पहली दफा अपना पंडाल स्थापित किया है। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही तीर्थदर्शन योजना के तहत प्रदेश के चार शहरों भोपाल, बुरहानपुर, शिवपुरी और परासिया से चार विशेष रेलगाड़ियां 3500 यात्रियों को लेकर प्रयागराज रवाना होंगी। इनमें से पहली विशेष रेलगाड़ी भोपाल के हबीबगंज स्टेशन से 12 फरवरी को रवाना होगी।