नई दिल्ली। लॉकडाउन खत्म होने के बाद जब उड़ानें शुरू की जाएंगी तो यात्रियों और एयरलाइंस को कुछ विशेष सावधानियां बरतनी होंगी। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी एयरलाइंस और एयरपोर्ट ऑपरेटरों को स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी की है। एसओपी के मुताबिक, केंद्र ने एयरलाइंस से कहा है कि उड़ानें शुरू होने के पहले फेज में 80 साल से ऊपर के व्यक्ति को यात्रा की इजाजत ना दी जाए।
एसओपी में कहा गया कि शुरूआती चरण में केबिन में बैग ले जाने की इजाजत ना दी जाए। अगर किसी यात्री या स्टाफ में कोई लक्षण दिखाई दे रहा है और आरोग्य सेतु ऐप पर ग्रीन सिग्नल नहीं आ रहा है, तो ऐसे व्यक्ति को एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग में दाखिल होने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
मंत्री भी जल्द फ्लाइट शुरू करने को बोल चुके हैं
केंद्रीय नागरिक उड्यन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले दिनों देश में जल्द ही फ्लाइट सेवाएं शुरू करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही फ्लाइट सेवा शुरू की जा सकती है, इसके लिए गाइडलाइन तैयार की जा रही है। विशेषज्ञों की राय ली जा रही है ताकि फ्लाइट सेवा शुरू होने के बाद संक्रमण ज्यादा न फैल सके।
मौजूदा समय कोरोना की वजह से विदेशों में फंसे भारतीयों की वतन वापसी के लिए मिशन वंदे भारत चलाया जा रहा है। 13 मई को इसका पहला फेज पूरा हो जाएगा। दूसरा फेज 16 मई से शुरू होगा। यह फेज सात दिन यानी 22 मई तक चलेगा। इस दौरान 31 देशों से 149 फ्लाइट्स आएंगी। सबसे ज्यादा 13 फ्लाइट अमेरिका से आएंगी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। वंदे भारत मिशन का पहला फेज 7 मई को शुरू हुआ था।
दूसरे फेज में किन-किन देशों से भारतीय लाए जाएंगे?
अमेरिका, यूएई, कनाडा, सऊदी अरब, ब्रिटेन, मलेशिया, ओमान, कजाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, कतर, इंडोनेशिया, रूस, फिलीपींस, फ्रांस, सिंगापुर, आयरलैंड, किर्गिस्तान, कुवैत, जापान, जॉर्जिया, जर्मनी, तजाकिस्तान, बहरीन, अर्मेनिया, थाईलैंड, इटली, नेपाल, बेलारूस, नाइजीरिया, बांग्लादेश।