सक्ती। नगर से सिंगनसरा जाने वाली मार्ग की हालत इतनी दयनीय हो चली है कि वहा से गुजरने वाले चाह कर भी धीरे नही चल सकते क्योंकि उस मांर्ग में इतनी धूल-मिट्टी है कि पानी गिरने पर वह किचड़ में तब्दिल हो जाता है, जिससे अगर कोई वाहन चालक वहां से गुजरता है तो लगभग 200 मीटर तक यही प्रयास करता है कि उसे पैर नीचे सड़क पर न रखना पड़े, यह मार्ग नगर को कई गांवों से जोड़ती है जिससे लोगों का आना-जाना लगा रहता है। इस मार्ग में इतने बड़े-बड़े गड्ढे बन चुके है कि सड़क का नामो-निशान नही है पूरी की पूरी सड़क मिट्टी से ढ़की हुई है जिससे राहगीरो को तो परेशानी होती है। साथ ही वहां बसे लोगों को प्रतिदिन आवागमन में कठिनाईयों को सामना करना पड़ता है। इस मार्ग की हालत सालो से जर्जर बनी हुई है इस ओर न तो किसी अधिकारियों का ध्यान रहती है और न ही कोई स्थानीय जन प्रतिनिधी का इस ओर ध्यान नही जाता है।