भोपाल । कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश में भी इसका असर लगातार देखने को मिल रहा है। कोविड-19 के पॉजिटिव केसों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इस महामारी ने आम आदमी से लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों को भी अपनी चपेट में ले लिया है। भोपाल के कलेक्टर तरुण पिथोड़े ने बताया कि अभी तक मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के 90 से अधिक और पुलिस डिपार्टमेंट के 20 से ज्यादा कर्मचारियों में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को बताया कि इसके अलावा 35-40 पुलिसकर्मी और उनके परिजन भी इस वायरस के चपेट में आ चुके हैं। इनमें चार आईएएस अधिकारी और कुछ डॉक्टर भी शामिल हैं। इनमें अधिकतर लोग कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के दौरान सीधे संपर्क में आने से संक्रमण की चपेट में आए। संक्रमित हुए चार आईएएस अधिकारी और वरिष्ठ डॉक्टर कोरोना महामारी के खिलाफ रणनीति बनाने का काम कर रहे थे। प्रदेश में कोरोना महामारी से अब तक 55 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कोरोना संक्रमितों की तादाद बृहस्पतिवार तक बढ़कर 1090 तक पहुंच गई। हालांकि मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त निदेशक सपना लोवंशी ने कहा कि पूरे राज्य में कितने डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित हुए हैं, इसका विशेष डाटा एकत्र नहीं किया गया है।
मध्य प्रदेश के 24 जिलों में फैली है महामारी
मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 24 जिलों में कोरोना वायरस की महामारी फैल गई है। इन 24 जिलों में प्रदेश की करीब 59 प्रतिशत आबादी रहती है। आंकडों के अनुसार 31 मार्च से अब तक प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 13 गुना बढ़ गई है। अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के करीब 80 प्रतिशत मरीज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल एवं इंदौर में हैं।