नई दिल्ली । 1 April से बैंकिंग सेक्टर में बड़ा बदलाव लागू हो गया है। देश की 6 बैंकों का वजूद खत्म हो गया। ऐसा कहें कि इनका वजूद अब नई पहचान के तौर पर हो गया है। 6 बैंकों का विलय चार बैंकों में हो गया है। पहली अप्रैल से यह लागू हो गया है। इसके साथ ही देश के लाखों खाताधारकों के बैंक अकाउंट नंबर Account Number, IFSC Code आईएफएससी कोड आदि भी बदल गए हैं। इस बड़े बदलाव के बावजूद खाताधारकों को अभी घबराने की जरूरत नहीं है। एक राहत अभी भी मिली हुई है। ग्राहकों को नया चेकबुक, एटीएम कार्ड देने का काम भी प्रभावित हुआ है। हालांकि ग्राहकों के पुराने एटीएम ATM और Cheque Book चेकबुक पहले की तरह काम करते रहेंगे। तकनीकी तौर पर बुधवार से इन बैंकों का विलय हो चुका है। लेकिन जमीनी तौर पर अभी इस प्रक्रिया के पूरा होने में समय लगेगा। मौजूदा लॉकडाउन की वजह से विलय से संबंधित कई काम अभी नहीं हो पाए हैं।ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) Oriental Bank of Commerce (OBC), यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया (यूबीआइ) United Bank of India (UBI), सिंडिकेट बैंक Syndicate Bank, आंध्रा बैंक Andhra Bank, कॉरपोरेशन बैंक Corporation Bank और इलाहाबाद बैंक Allahabad Bank अब इतिहास का हिस्सा हो गए हैं। केंद्र सरकार ने बैंकिंग सेक्टर में सबसे बड़े विलय का एलान करते हुए पिछले वर्ष 30 अगस्त को इन बैंकों को सरकारी क्षेत्र के चार अलग-अलग बैंकों में मिलाने का फैसला किया था। पहली अप्रैल यानी बुधवार से यह विलय लागू हो गया है।
जानिये कौन सी बैंक का कहां हुआ विलय
विलय योजना के तहत OBC ओबीसी व UBI यूबीआइ को PNB पीएनबी में, सिंडिकेट बैंक को केनरा बैंक में, आंध्रा बैंक व कॉरपोरेशन बैंक को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में और इलाहाबाद बैंक को इंडियन बैंक में मिलाया गया है। इनके विलय की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि भारतीय इकोनॉमी को पांच लाख करोड़ डॉलर का आकार देने में इस फैसले से मदद मलेगी।
PNB अब देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक
पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी Punjab National Bank (PNB) अब 11 हजार शाखाओं और 18 लाख करोड़ रुपये की पूंजी के साथ देश का दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। जबकि केनरा बैंक 15.20 लाख करोड़ रुपये के पूंजी आधार के साथ देश का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन जाएगा। आंध्रा बैंक व कॉरपोरेशन बैंक को मिलाने के बाद यूनियन बैंक का पूंजी आधार 14.59 लाख करोड़ रुपये का होगा और देश का पांचवा सबसे बड़ा बैंक बन गया है।
इन दो बैंकों का होगा संयुक्त कारोबार
इलाहाबाद व इंडियन बैंक का संयुक्त कारोबार 8.08 लाख करोड़ रुपये का होगा और यह देश का सातवां सबसे बड़ा बैंक होगा। इसके साथ ही सरकारी क्षेत्र के बैंकों की संख्या 18 से घट कर 12 रह गई है। इससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में विजया बैंक व देना बैंक के विलय का फैसला किया गया था, जो पिछले वर्ष अमल में आ गया।