नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से रविवार को तीन और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या सात हो गई है। मृतकों में बिहार और गुजरात में हुई एक-एक व्यक्ति की मौत का मामला भी शामिल हैं। कोविड-19 के मामलों की संख्या 400 पार हो गई है, इस बीच इस वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए 22 मार्च की मध्य रात्रि से 31 मार्च की मध्यरात्रि तक सभी यात्री ट्रेन और अंतरराज्यीय बस सेवाओं को बंद करने की रविवार को घोषणा की गई और अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 80 जिलों में लॉकडाउन किया गया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की कि 23 मार्च को सुबह छह बजे से 31 मार्च तक राजधानी लॉकडाउन में रहेगी उन्होंने उप राज्यपाल अनिल बैजल के साथ संयुक्त प्रेस वार्ता में बताया कि लॉकडाउन 31 मार्च को अर्द्धरात्रि तक चलेगा। वायरस के मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। केन्द्र और राज्य सरकारों ने 17 राज्यों में 80 जिलों में लॉकहाउन करने का फैसला किया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को घोषणा की कि राज्य विशेष रूप से कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए कुछ अस्पतालों की संख्या निर्धारित करेंगे। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक बलराम भार्गव ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कोविड-19 संक्रमण की कड़ी को कैसे तोड़ा जाये, यह हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। दिल्ली में एम्स के झज्जर (हरियाणा) में स्थित राष्ट्रीय कैंसर संस्थान का इस्तेमाल कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए किया जायेगा, इसमें लगभग 800 बिस्तर हैं। भार्गव ने कहा कि कोविड-19 की जांच के लिए अब तक 60 निजी प्रयोगशालाओं ने पंजीकरण किया है। सरकार ने 1,200 नए वेंटिलेटर खरीदने का आदेश दिया है, वहीं कुछ लोगों की लापरवाही अब भी सामने आ रही है। रविवार को शाम बजे लोगों के कई जगहों पर जुलुस की शक्ल में थाली बजाने की खबरें सामने आई हैं।