Home मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंप

मुख्यमंत्री कमल नाथ ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन को इस्तीफा सौंप

68

भोपाल। मध्यप्रदेश की कमल नाथ सरकार को सुप्रीम कोर्ट से फ्लोर टेस्ट का निर्देश मिलने के 18 घंटे बाद ही सत्ता के संकट का पटाक्षेप हो गया। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने दोपहर में राजभवन पहुंचकर राज्यपाल लालजी टंडन को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने इस्तीफा मंजूर कर उन्हें नए मुख्यमंत्री के कार्यभार ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने को कहा है। मध्यप्रदेश में पिछले दो सप्ताह से चल रही सियासी उठापटक का मुख्यमंत्री के इस्तीफे के साथ ही पटाक्षेप हो गया। शुक्रवार को विधानसभा आहूत हुई लेकिन सरकार के फ्लोर टेस्ट की नौबत ही नहीं आई। मुख्यमंत्री दोपहर करीब सवा बजे राजभवन पहुंचे और उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया। राजभवन में मुख्यमंत्री करीब 18-20 मिनट रुके। उनके राजभवन पहुंचने के पांच मिनट बाद मंत्रिमंडल के सदस्य बृजेंद्र सिंह राठौर, जयवर्द्धन सिंह, जीतू पटवारी, कमलेश्वर पटेल आदि भी राजभवन पहुंचे थे। राजभवन से बाहर निकलते समय मुख्यमंत्री ने गेट पर एक-डेढ़ मिनट तक अपना वाहन रोक कर मीडिया को अपने इस्तीफे की जानकारी दी और मुख्यमंत्री निवास के लिए रवाना हो गए। राजभवन में मुख्यमंत्री ने अपने साथ मौजूद मंत्रिमंडल सदस्यों का राज्यपाल से परिचय भी कराया। इस अवसर पर राज्यपाल से उन्होंने यह भी आग्रह किया कि कांग्रेस के जो विधायक बेंगलुरु में बंधक हैं उनको जल्दी मुक्त कराने में मदद करें। हालांकि सिंधिया समर्थक इन बागी विधायकों का विधानसभा अध्यक्ष गुरुवार को ही इस्तीफा मंजूर कर चुके हैं। इस्तीफा देने के बाद कमल नाथ ने ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया देते हुए कहा- आज मध्यप्रदेश की उम्मीदों और विश्वास की हार हुई है, लोभी और प्रलोभी जीत गए हैं। मध्यप्रदेश के आत्मसम्मान को हराकर कोई नहीं जीत सकता। मैं पूरी इच्छाशक्ति से मप्र के विकास के लिए काम करता रहूंगा।

शिवराज सिंह चौहान की साजिश को जिम्मेदार ठहराया
सरकार गिरने से उच्च शिक्षा मंत्री रहे जीतू पटवारी काफी दुखी और आक्रोश में नजर आए। राजभवन के बाहर सड़क पर मीडिया के कैमरे देखकर उन्होंने गाड़ी रुकवाई और सीट पर खड़े होकर कमल नाथ सरकार को गिराने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की साजिश को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि चौहान ने मप्र के चेहरे पर कालिख पोत दी है। कमल नाथ ने मूल्यों की रक्षा के लिए इस्तीफा दिया है पूरी पार्टी उनके साथ है।