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छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्यवाही कोरोना और हंगामे की भेंट चढ़ी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र की सोमवार की कार्यवाही कोरोना और हंगामे की भेंट चढ़ गई है। कोरोना के खतरे के मद्देनजर शुक्रवार को हुई कार्यमंत्रणा समिति में सदन की कार्यवाही 25 मार्च तक स्थगित करने की घोषणा की गई थी। लेकिन आज एक दिन के लिए विधानसभा की बैठक बुलाई गई। विधानसभा सचिवालय के अनुसार तकनीकी कारण से सोमवार को एक दिन के लिए सदन की बैठक बुलाई गई थी। हालांकि सोमवार को सदन की कार्यवाही चल नहीं पाई। कार्यवाही शुरू होते ही स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना वायरस को लेकर देश में भयावह स्थिति होने की बात कहते हुए सदन की कार्यवाही को स्थगित करने की मांग की। जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने कहा कि अफसरों में से किसी ने मास्क नहीं लगाया है, इससे साबित होता है कि वे कोरोना को लेकर कितना गंभीर हैं। भाजपा सदस्यों ने कहा प्रश्नकाल होना चाहिए उसके बाद कोरोना को लेकर चर्चा हो। विपक्षी सदस्य प्रश्नकाल चलने देने की मांग पर अड़े रहे और हंगामा करने लगे। अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने प्रश्नकाल स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे सदन की कार्यवाही दुबारा शुरू होते ही विपक्षी सदस्य गर्भगृह में आ गए और नारेबाजी करने लगे। नाराज विपक्षी सदस्यों ने कार्यसूची फाड़कर आसंदी की ओर फेंक दिया। हंगामे के बीच अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही 26 मार्च सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

विपक्ष साथियों ने विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर कागज फेंका यह बेहद निंदनीय है- सीएम भूपेश बघेल

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का प्रभाव देखा जा रहा है और दिनों दिन बढ़ते जा रहा है भारत सरकार ने भी एडवाइजरी जारी की है और सुरक्षा में ही बचाव है और कार्य मंत्रणा समिति की जो बैठक हुई थी उसके उपरांत आज स्वास्थ्य मंत्री ने यह प्रस्ताव रखा कि कोरोना वायरस ज्यादा संपर्क में आने से फैलता है इसलिए आज दिनभर की कार्यवाही को स्थगित की जाए और संसदीय कार्य मंत्री ने भी यह बातें कही लेकिन दुर्भाग्यजनक है विपक्ष के साथियों ने आज विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी पर कागज फेंका यह बेहद निंदनीय है।

नवरात्रि में श्रद्धालु बरतें सतर्कता

जिस प्रकार से जानकारी आ रही है कि किसी व्यक्ति को यदि कोरोना वायरस हो भी गया है उसके लक्षण है वह कई दिनों बाद करीब सप्ताह से दो सप्ताह बाद सामने आता है। लेकिन वह कहीं भी घूम रहा है तो पहले जहां जितनी भीड़ होगी संभावना उतनी ही अधिक संक्रमण की होगी। इसलिए सुरक्षा में ही हमारा बचाव है। नवरात्रि में जो हिंदुओं का बड़ा त्यौहार है उसके लिए अपील भी करूंगा कि ज्यादा भीड़ ना करें सब एक-एक करके जाएं। सब की आस्था से जुड़ा मामला है लेकिन भीड़ बहुत होगी और पसीना ज्यादा निकलेगा तो शरीर में संक्रमण भी बढ़ जाएगा।