नई दिल्ली। वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को रविवार सुबह चार बजे गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंक के संस्थापक के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज कर उनके मुंबई स्थित आवास पर छापेमारी की और करीब 31 घंटों की कड़ी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि उन्हें 11 बजे पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। बताया जा रहा है कि उन्हें 11 मार्च तक के लिए ईडी की कस्टडी में भेज दिया गया है। इस बीच, सरकार ने खाताधारकों की चिंता दूर करने की कोशिश की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कह चुकी हैं कि सभी खाताधारकों का पैसा सुरक्षित है। हालांकि, यस बैंक के संकट के चलते शेयर बाजार में जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को देर रात ट्वीट में, यस बैंक ने कहा कि उसके ग्राहक अब एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं। निजी ऋणदाता ने ट्वीट किया कि अब आप यस बैंक और अन्य बैंक के एटीएम से अपने यस बैंक डेबिट कार्ड का उपयोग करके निकासी कर सकते हैं। धैर्य रखने के लिए आपका शुक्रिया। बताते चलें कि इससे पहले आरबीआई ने कहा था कि कई बार उन्हें संभलने का मौका दिया, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। बैंक को संभालने के लिए एसबीआई आगे आया है, जिसके चेयरमैन रजनीश कुमार ने बताया कि यस बैंक में निवेश पर आखिरी फैसला एसबीआई बोर्ड लेगा, लेकिन एसबीआई ने 2,450 करोड़ रुपए के निवेश योजना बनाई है। आरबीआई ने प्रत्येक यस बैंक यूजर के लिए 3 अप्रैल तक एक महीने के लिए 50,000 रुपए तक के लेन-देन को रोक दिया है क्योंकि जिन बड़ी फर्मों को बैंक ने बड़ी रकम उधार दी थी, उनके डिफाल्ट होने के बाद निजी बैंक ने अपने ऋणों को नहीं दे सकता था। कपूर को शनिवार को पूछताछ के लिए मुंबई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालय ले जाया गया था। इससे पहले, जांच एजेंसी ने मुंबई के समुद्र महल आवासीय टॉवर में उनके घर पर छापे मारे और उनके खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया।