बीजापुर। छत्तीसगढ़ में बीजापुर जिले के पामेड़ थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह नक्सलियों और सीआरपीएफ कोबरा 204 बटालियन के जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान एक नक्सली मारा गया जबकि 2 जवान शहीद हो गए। मुठभेड़ में 2 जवान भी घायल हुए हैं, जिनमें सीआरपीएफ कमांडेंट भी शामिल हैं। शहीद हुए जवानों के नाम उत्तर प्रदेश के बांदा निवासी विकास कुमार और छत्तीसगढ़ के राजनांदगाव निवासी पूर्णानंद साहू हैं। घायल जवानों को इलाज के लिए रायपुर लाया गया है। जिस स्थान पर यह मुठभेड़ हुई है वह इलाका बेहद बीहड़ है और उसका ज्यादातर भाग तेलंगाना में आता है। दरअसल, सीआरपीएफ कोबरा बटालियन के जवान इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर तिपापुराम कैंप से पामेड़ क्षेत्र की ओर सर्चिंग पर निकले थे। इसी दौरान ईरापल्ली के जंगलों में मौजूद नक्सलियों ने हमला कर दिया। घायल जवानों की मदद के लिए जवानों के दल को घटनास्थल भेजा गया। इस मुठभेड़ में घायल इनमें अस्टिेंट कमांडेंट प्रशांत के पेट को चीरते हुए गोली बाहर निकल गई उनका इलाज किया जा रहा है।
6 जवान हुए घायल
जानकारी के मुताबिक डिप्टी कमांडेंट प्रशांत के अलावा दोनों ओर से हुई गोलीबारी में सीआरपीएफ कोबरा के बटालियन के कांस्टेबल गिरिवर उरांव, अजित सिंह, पी पवन कुमार, बिभा बसु मेहता और पवार पांडुरंग को मिलाकर कुल 6 जवान घायल हुए हैं। इन्हें हैलीकॉप्टर की मदद से इलाज के लिए रायपुर लाया गया है।
बीजापुर में आज 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया
इससे पहले, बीजापुर में सोमवार को 7 नक्सलियों ने सरेंडर किया। एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया- सरेंडर करने वालों में अमित लेकाम उर्फ शिवाजी, मड़कम शंकर उर्फ हिरमा और पोयाम मोटू का नाम शामिल। इन सभी पर 3-3 लाख रुपए का इनाम घोषित था। इन लोगों की पुलिस टीम पर हमला करने और ग्रामीणों को धमकाने और आगजनी समेत कई मामलों में तलाश थी।
जवानों के रास्ते में आईईडी छिपाकर रखी गई थी
सुकमा में रविवार शाम सर्चिंग पर निकले सीआरपीएफ जवानों ने आईईडी (इंप्रोवाइस एक्सप्लोसिव डिवाइस) बरामद की थी। इसे जंगल के उस रास्ते पर जमीन में छुपा कर रखा गया था, जहां से जवान गुजरते हैं।