नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन आज अरविंद केजरीवाल अपना पर्चा दाखिल कर दिया। प्रत्याशियों के बड़ी संख्या में पर्चा भरने पहुंचने की वजह से उम्मीदवारों को टोकन दिया गया है। सीएम अरविंद केजरीवाल को 45 नंबर का टोकन मिला था। ऐसे में संभावना जताई जा रही थी कि उन्हें नामांकन दाखिल करने में शाम हो सकती है। बता दें नई दिल्ली विधानसभा सीट से भाजपा और कांग्रेस ने भी सीएम अरविंद केजरीवाल के सामने अपने-अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। दोनों ही दल अब तक तय नहीं कर सके थे कि आखिर केजरीवाल के सामने किसे उतारा जाए। काफी मशक्कत के बाद दोनों दलों ने अंतिम मौके पर प्रत्याशियों का चयन किया है। भाजपा ने सुनील यादव को प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं कांग्रेस ने रोमेश सभरवाल को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है। दिल्ली विधानसभा चुनाव इस बार आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों के लिए बेहद अहम माना जा रहा है। अअढ जहां अपने काम के दम पर चुनावी मैदान में उतरने का दावा कर रही है, वहीं भाजपा अअढ की 5 साल की नाकामी और पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़कर सत्ता हासिल करने की उम्मीद लगाए बैठी है। सूबे की नई दिल्ली विधानसभा सीट का दिलचस्प संयोग भी है। पिछले 5 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जिस भी प्रत्याशी ने जीत हासिल की है वह सूबे का मुख्यमंत्री बना है। पिछले दो चुनाव में यहां से अरविंद केजरीवाल जीतकर आए और उन्होंने मुख्यमंत्री पद संभाला। इसके पहले इस सीट पर कांग्रेस की शीला दीक्षित का कब्जा रहा, उन्होंने इस सीट से लगातार 3 बार चुनाव जीता और वह सूबे की लगातार तीन बार मुख्यमंत्री रहीं। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव एक ही चरण में होने जा रहे हैं। चुनाव आयोग के कार्यक्रम के मुताबिक 21 जनवरी तक प्रत्याशी नामांकन दाखिल कर सकते हैं। 22 जनवरी को सभी आवेदनों की स्क्रूटनी की जाएगी। 8 फरवरी को एक ही चरण में एक साथ सभी 70 विधानसभा सीट पर मतदान कराया जाएगा। इसके बाद 11 फरवरी को मतगणना होगी और उसी दिन तस्वीर साफ हो जाएगी कि दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा।