Home छत्तीसगढ़ गोंड समाज के कार्यक्रम में शामिल हुईं राज्यपाल अनुसुईया उइके

गोंड समाज के कार्यक्रम में शामिल हुईं राज्यपाल अनुसुईया उइके

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रायपुर। राज्यपाल अनुसुईया उइके आज टिकरापारा के गोंडवाना भवन में क्षेत्रीय गोंड समाज कल्याण समिति रायपुर द्वारा आयोजित विवाह योग्य गोंड़ युवक-युवतियों के परिचय सम्मेलन में शामिल हुई। उन्होंने इस अवसर पर परिचय सम्मेलन में आए युवक-युवतियों को शुभकामनाएं दी। राज्यपाल ने कहा कि पहले आदिवासी समाज के लोग जागरूक नहीं थे और अब समाज में शिक्षा का प्रसार हो रहा है। अन्य समाज की तरह अब आदिवासी समाज में भी लड़का-लड़की को अपनी पसंद का जीवन साथी चुनने का अवसर दिलाने के लिए परिचय सम्मेलन आयोजित किया जाता है, जो एक सराहनीय प्रयास है। राज्यपाल ने कहा कि यदि समाज को आगे बढ़ाना है और सशक्त करना है तो संविधान में प्रदत्त अधिकारों को प्राप्त करने के लिए सभी को दलगत भावना से उठकर कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने आदिवासी समाज से कहा कि वे स्वयं आगे आएं और समाज को जागरूक करें, तभी आदिवासी समाज आगे बढ़ेगा। उइके ने कहा है कि वैभवशाली आदिवासी संस्कृति अभी भी बनी हुई है। आदिवासी संस्कृति, परम्परा एवं रीतिरिवाज से नई पीढ़ी को अवगत कराएं ताकि आदिवासी संस्कृति पीढ़ी दर पीढ़ी बनी रह सके। उन्होंने बताया कि आदिवासी महिलाओं में गोदना गुदवाने की प्रथा रही है, जिससे बी.पी. कंट्रोल रहता था। राज्यपाल ने प्रारंभ में कुपार लिंगो देवालय का लोकार्पण किया। इस अवसर पर फूल सिंह नेताम ने अध्यक्षीय उद्बोधन पढ़ते हुए बताया कि वर्ष 2009 से गोंडवाना भवन टिकरापारा में विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष के परिचय सम्मेलन में 450 से अधिक युवक-युवतियों ने अपना पंजीयन कराया है। बी.पी.एस. नेताम ने कहा कि गोंडवाना भवन टिकरापारा में हर वर्ष गोंड युवक युवतियों का परिचय सम्मेलन आयोजित किया जाता है और इस अवसर पर प्रकाशित पुस्तक से भी लोगों को जानकारी मिल जाती है। उन्होंने कहा कि अब जिला स्तर पर भी इस तरह के युवक-युवती परिचय सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं, जो सराहनीय प्रयास है। नेताम ने गोंडवाना भवन रायपुर में गोंड युवक-युवतियों का सामूहिक विवाह का कार्यक्रम आयोजित कराने की आवश्यकता व्यक्त की। इस मौके पर विवाह योग्य युवक-युवतियों ने मंच पर अपना परिचय दिया। इस अवसर पर क्षेत्रीय गोंड़ समाज कल्याण समिति रायपुर के अध्यक्ष, रायपुर के कमिश्नर , पुलिस महानिरीक्षक सहित गोंड आदिवासी समाज के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में युवक-युवती, महिला एवं पुरूष उपस्थित थे।