Home राजनीति इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला आचार संहिता उल्लंघन पर गिरफ्तार

इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला आचार संहिता उल्लंघन पर गिरफ्तार

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भोपाल। झाबुआ विधानसभा उपचुनाव के लिए सोमवार को मतदान होना है। इसी बीच मतदान से एक दिन पहले इंदौर के विधायक रमेश मेंदोला की गिरफ्तारी की खबर से क्षेत्र के साथ प्रदेश का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। वहीं आचार संहिता के उल्लंघन मामले में भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव रणदिवे को रानापुर क्षेत्र से पुलिस ने पकड़ा और थाने ले आई। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में चुनाव आचार संहिता लगी हैं। रविवार शाम अंतरवेलिया क्षेत्र में इंदौर विधानसभा क्र. दो के विधायक व भाजपा नेता रमेश मेंदोला घूमते पाए गए। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर अंतरवेलिया चौकी पर ले आई। एसपी विनीत जैन ने बताया कि धार 188 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है, देर शाम तक कार्रवाई जारी थी। मेंदोला की गिरफ्तारी की सूचना पर सांसद गुमानसिंह डामोर भी पहुंच गए। टीआई के एल डांगी ने बताया कि मेंदोला पावागढ़ से इंदौर जा रहे थे। उनके पास से कोई सामान बरामद नहीं हुआ है। इधर, भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया की गाड़ी भी रानापुर रोड पर पुलिस ने रोकी और तलाशी ली। भोपाल से मिली खबर के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद राकेश सिंह ने अपने बयान में कहा कि झाबुआ के प्रशासनिक पुलिस अधिकारी सरकार के कथित दबाव में आकर चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश ना करें। सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को अनेक स्थानों से ऐसी सूचनाएं और साक्ष्य मिल रहे हैं कि प्रशासनिक अधिकारी चुनाव प्रक्रिया को अनैतिक रूप से प्रभावित करना चाहते हैं। हम स्पष्ट करना चाहते हैं यदि निष्पक्ष मतदान में कोई भी गड़बड़ी प्रशासन और पुलिस के स्तर पर की गई तो हम राज्य निर्वाचन आयोग और केंद्रीय निर्वाचन आयोग को साक्ष्यों के साथ शिकायत करेंगे। साथ ही अन्य कानूनी प्रावधानों पर भी भारतीय जनता पार्टी गंभीरता से विचार करेगी। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता इस प्रकार की हरकतों पर चुप नहीं बैठेंगे। वहीं मप्र कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने आरोप लगाया है कि झाबुआ उपचुनाव में भाजपा बाहुबल और धनबल का उपयोग कर रही है। उन्होंने झाबुआ में भाजपा प्रत्याशी भानू भूरिया के चुनाव संचालक व विधायक रमेश मेंदोला, पार्टी के दूसरे नेता गौरव रणदिवे व मनोहर सेठिया के चुनाव प्रचार थम जाने के बाद भी वहां मौजूद रहने और उनकी गिरफ्तारी पर यह टिप्पणी की। ओझा ने आरोप लगाया है कि भाजपा पैसे और शराब का प्रलोभन दे रही है। भाजपा किसी भी तरह से चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है, क्योंकि कांग्रेस सरकार के कामों को लेकर जनता के बीच दुष्प्रचार का कोई ठोस आधार नहीं मिल रहा है। 15 साल के भ्रष्टाचार के धन से जनता को प्रलोभन देने का प्रयास किया जा रहा है। चुनाव में जनता अपने पिछड़ेपन के लिए जिम्मेदार भाजपा को जवाब देगी।